ना तुमने कुछ कहा ना बताया हमने ..!!
क्यों करते है प्यार तुमसे क्यों अपनाया हमने..!!
Na tumne kuch kha na btaya humne
Kyu karte hai pyar tumse kyu apnaya humne
ना तुमने कुछ कहा ना बताया हमने ..!!
क्यों करते है प्यार तुमसे क्यों अपनाया हमने..!!
Na tumne kuch kha na btaya humne
Kyu karte hai pyar tumse kyu apnaya humne
ये साफ सफाई की बात नहीं, कोरोना ने लिखी खत।
इधर उधर थुकना मत।
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गंगा की गोद में चलती है नाव, मृत शरीर भी।
समय का गोद में खिलती है सभ्यता और जंगली जानवर का अँधा बिस्वास भी।
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बचपन मासूम कली।
फल बनना और बड़ा होना- काला दाग में अशुद्ध कलि।
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कीचड़ में भी कमल खिलता है।
अच्छे घर में भी बिगड़ा हुआ बच्चा पैदा होते है।
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इंसान का अकाल नहीं, इंसानियत की अकाल है।
डॉक्टर (सेवा) के अकाल नहीं, वैक्सीन (व्यवस्था) का अकाल है।
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कुत्ते समझते है के कौन इंसान और कौन जानवर है।
बो इंसान को देख के पूंछ हिलाते है और जानवर को देख के भूँकते है।
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जीविका से प्यारा है जिंदगी।
अगर साँस बंद है तो कैसे समझेंगे रोटी की कमी।
asi jhoothe haa jhoothe hi sahi
suchaa tu ban
jine zakham dene si hun bas de laye
hun apnaa jeha na tu ban
ਅਸੀਂ ਝੁਠੇ ਹਾਂ ਝੁਠੇ ਹੀ ਸਹੀ
ਸੁੱਚਾ ਤੂੰ ਬਣ
ਜਿਨੇਂ ਜਖ਼ਮ ਦੇਣੇ ਸੀ ਹੁਣ ਬੱਸ ਦੇ ਲਏ
ਹੁਣ ਆਪਣਾਂ ਜਿਹਾਂ ਨਾ ਤੂੰ ਬਣ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ