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Shayari | Latest Shayari on Hindi, Punjabi and English

Andar hi andar mar reha hu || sad shayari

खवाबों का एक दरिया लिए फिर रहा हु

पूरे होंगे एक डिब सब , एसी का इंतज़ार कर रहा हु ,

दिल्ल उदास चहरे पर हसी बरकरार है

जी हाँ , मैं अंदर ही अंदर मर रहा हूँ ।

देख दुनियाँ की तमाम शजीशे

यकीनन जो कर रहा हु सही कर रहा हूँ ।

Sabar ki yeh zindagi

सबर की ये जिंदगी जाने  केबी मुक्क्मल फल दिलाएगी

खाक हुये खवाबों पर कब नई कली आएगी  ,

मसरूफ़ रहे हम सदा किताबों मे

क्या पता था जिंदगी का अशली सबक तो ठोकर शिखएगी ।

जो नोका जा रही ह दरीया के साथ

वो क्या ही वापिस किनारा दिखाएगी

अगर यू ही चलती रही खोवाबों की हकीकत से जंग

तो यकीनन जल्दी ही इंतकाल की खबर आएगी ।

Chakna choor huaa me || heart broken shayari hindi

चकना-चूर हुआ मैं ,तूने ही तो आके समेटा था मुझे 

सबके बीच डूब रहा था सिर्फ तूने ही तो देखा था मुझसे ,

यादों मे बसर होके जब खुद को मर रहा था 

एक तू ही तो थी जिसने रोका था मुझे । 

Me mukammal hoke bhi adhoora || dard shayari

मैं मुकम्मल होके भी अधूरा ही रहा हु ,

तमाम आजमइशों के बाद भी अकेला ही रहा हु । 

मैं हर बार करता रहा जिसकी हसी की दुआ 

बदले मे इसके हर बार रोता रहा हूँ । 

हर बार बेवजह रूठता है कोई मुझसे 

लाख कोशिशों के बाद भी खुद को खोटा रहा हूँ ।

मेरी कोशीशे मिटा रही है तमाम जख्मो को मेरे ,

दूसरी तरफ जज़बातो की आड़ मे एनहे खुरेद रहा हूँ ।   

Tujhse baat karna

बेवक्त बेवजह तुझसे बात करना सुकून लाता है 

मेरे लड़खड़ाते अल्फ़ाज़ों मे एक जूनून लाता है 

मैं रूठ जाऊ  जमाने से कोई गीला नहीं 

फिर मासूमियत भरा तेरा हाल पूछना याद आता है ,

कभी बिखरू तो आके समेट लेना मुझे 

तुम जो रूठे मुझसे तो मुझे सीधा शमशान याद आता है । 

kismat ki ladhai || hindi shayari

न जाने कौन सी लड़ाई चल रही है किस्मत की मेरे साथ

की उसे मेरे साथ किसी का साथ रास नहीं आता

मे कितना भी साथ निभा लू किसी का  पर मेरे कोई साथ नहीं आता ,

कैसे पाउ हल इस मसले का

मेरा मुकदमा लड़ने मेरा वकील भी तो नहीं आता ।

Adhoori khawahish

कुछ अधूरी ख्वाहिश बाकी है ।

जो किसी मजबूरी से बंधी है ।

अधूरी ख्वाहिश ख्वाब कि तरह बन गई है ।

ख्वाहिश को पाने की चाहत तो अभी बाकी है ।

Zindagi mein aaogi

Jab tum meri zindagi mein aogi

Mujhe thoda udass paogi …. 

Mere pass mere khabo ke shivaa kuch nhiy

Ka kha ?? 

Tumhe tamanaa hai mere kamro ko sajne ki

Per

Mere kamre mein meri kitabo ke shivaa kuch bhi nhi