Skip to content

Shayari | Latest Shayari on Hindi, Punjabi and English

Teri Talash mein zindgi || love hindi shayari

Love hindi shayari || teri talash mein mashroof meri zindagi || sacha pyar shayari



Hindi shayari || love shayari || khamiyon se pyar

किसी न किसी पे किसी को ऐतबार हो जाता है ,
अजनबी कोई शख्स यार हो जाता है ,
खूबियों से नहीं होती मोहब्बत सदा ,
खामियों से भी अक्सर प्यार हो जाता है 🥀

किन लफ़्ज़ों में इतनी कड़वी कसैली बात लिखूं ,
मैं सच लिखूं के अपने हालत लिखूं ,
कैसे लिखूं मैं चांदनी रातें ,
जब गरम हो रेत तो कैसे मैं बरसात लिखूं .✨

सभी नग्मे साज़ में गाये नहीं जाते ,
सभी लोग महफ़िल में बुलाये नहीं जाते ,
कुछ पास रह कर भी याद नहीं आते ,
कुछ दूर रह कर भी भूलाये नहीं जाते!❤️

सच्ची दोस्ती शायरी || dosti hindi shayari

सच्चे दोस्त कभी गिरने नहीं देते,
न किसी की नजरों में,
न किसी के कदमों में !❣️

Chaa da Akhiri ghut..😻💔 || love punjabi status

ਚਾਹ ਦੇ ਆਖਰੀ ਘੁੱਟ🙈 ਵਰਗੀਆਂ ਨੇ ਯਾਦਾਂ ਉੁਸਦੀਆਂ, 😻ਨਾ ਤਾਂ ਖਤਮ ਕਰਨਾ ਚੰਗਾ 🙃ਲੱਗਦਾ ਤੇ ਨਾ ਹੀ ਛੱਡਣਾ..💔💔

Cha de akhri ghut🙈 wargiya ne yada usdiyan, 😻 na ta khatm karna chnga🙃 lg da te na hi chdna..💔💔 

Teriyan gallan..🥺 || sad but true || punjabi status

ਕਦੇ ਸਕੂਨ ਸੀ ਤੇਰੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਚ, ਹੁਣ ਤੇਰਾ ਨਾਂ ਸੁਣਕੇ ਗੱਲ ਬਦਲ ਦਿੰਦੇ ਹਾਂ 🥺

Kde sakun se teriya Galla ch, hun tera Naa sunke gall BDL dinde ha🥺

Kismat da vi koi kasoor nahi…💯 || Punjabi status || true lines

ਕਿਸਮਤ ਦਾ ਵੀ ਕੋਈ ਕਸੂਰ ਨਈ ਕਈ ਵਾਰ ਅਸੀ ਮੰਗ ਹੀ ਉਹ ਲੈਨੇ ਆ ਜੋ ਕਿਸੇ ਹੋਰ ਦਾ ਹੁੰਦਾ..💯

Kismat da ve koi kasur nhi kyu vaar assi mang hi unn lene aa jo kisi hor da hunda…💯

Ishq da safar💔 || punjabi status || two line shayari

” ਅਧੂਰਾ ਹੀ ਰਿਹਾ ਮੇਰੇ ਇਸ਼ਕੇ ਦਾ ਸਫਰ..ਕਦੇ ਰਸਤਾ ਖੋ ਗਿਆ , ਕਦੀ ਹਮਸਫਰ…💔

“Adhura hi rhea Mere Ishq da safar…kde rasta kho gya, kde hamsafar…💔

Mere dost || hindi poetry on dost

मैं ना जानू दोस्त तेरे दूर हो जाने के बाद,
यह जिंदगी कैसे जंग बन गई है।

मैं ना जानू दोस्त तेरे जाने के बाद,
यह गांव की गलियां कैसे सुनी हो गई है।

मैंने जानू दोस्त तेरे जाने के बाद,
वो खेल का मैदान अब सुना लगता है।

मैं ना जानू दोस्त तेरे जाने के बाद,
कैसे फूल जैसी जिंदगी पत्थर बन गई है।

खुद को मनाने की कोशिश करता हूं बहुत,
लेकिन क्या करूं दिल है कि मानता ही नहीं।

मैं ना जानू दोस्त तेरी दूर हो जाने के बाद,
मेरे चेहरे की हंसी कहां गुम हो गई।

मैं ना जानू दोस्त तेरे जाने के बाद,
बाजारों की रौनक भी फीकी लगती है।

तू कब आएगा मेरे भाई मेरे दोस्त,
तेरे को हर दिन गले लगाने का मन करता है।