![Sad punjabi shayari || Lutt lye haase kadd zind lai gyi
Sanu sadi changeyai bahli mehngi pai gyi..!!](https://zindagiterenaam.com/wp-content/uploads/2023/04/Lut-lye-haase-sad-punjabi-shayari-1-1024x587.jpg)
Sanu sadi changeyai bahli mehngi pai gyi..!!
अकबर बादशाह को मजाक करने की आदत थी। एक दिन उन्होंने नगर के सेठों से कहा-
“आज से तुम लोगों को पहरेदारी करनी पड़ेगी।”
सुनकर सेठ घबरा गए और बीरबल के पास पहुँचकर अपनी फरियाद रखी।
बीरबल ने उन्हें हिम्मत बँधायी,
“तुम सब अपनी पगड़ियों को पैर में और पायजामों को सिर पर लपेटकर रात्रि के समय में नगर में चिल्ला-चिल्लाकर कहते फिरो, अब तो आन पड़ी है।”
उधर बादशाह भी भेष बदलकर नगर में गश्त लगाने निकले। सेठों का यह निराला स्वांग देखकर बादशाह पहले तो हँसे, फिर बोले-“यह सब क्या है ?”
सेठों के मुखिया ने कहा-
“जहाँपनाह, हम सेठ जन्म से गुड़ और तेल बेचने का काम सीखकर आए हैं, भला पहरेदीर क्या कर पाएँगे, अगर इतना ही जानते होते तो लोग हमें बनिया कहकर क्यों पुकारते?”
बादशाह अकबर बीरबल की चाल समझ गए और अपना हुक्म वापस ले लिया।
Mein akhan band kar takkna chaheya
Roshni hoyi taan dikheya Nanak..!!
Mein suas suas ohnu yaad kra
Mere sahaan utte likheya nanak..!!
ਮੈਂ ਅੱਖਾਂ ਬੰਦ ਕਰ ਤੱਕਣਾ ਚਾਹਿਆ
ਰੌਸ਼ਨੀ ਹੋਈ ਤਾਂ ਦਿਖਿਆ ਨਾਨਕ..!!
ਮੈਂ ਸੁਆਸ ਸੁਆਸ ਉਹਨੂੰ ਯਾਦ ਕਰਾਂ
ਮੇਰੇ ਸਾਹਾਂ ਉੱਤੇ ਲਿਖਿਆ ਨਾਨਕ..!!