मैं हकीकत लिखूं या फसाना लिखूं,
उसको ना देखने का बहाना लिखूं,
बेतहाशा अगर है मोहब्बत उसे ,
नाम उसके मैं एक जिंदगानी लिखूं।
🙈❤️😘
मैं हकीकत लिखूं या फसाना लिखूं,
उसको ना देखने का बहाना लिखूं,
बेतहाशा अगर है मोहब्बत उसे ,
नाम उसके मैं एक जिंदगानी लिखूं।
🙈❤️😘
shuruaat si yaar sacha lageyaa
galla ton ohdi pyaar sachha lageyaa
hathaa ton usde jehar mitha asi peende rahe
kar v ki sakde si bina ohde sab bekaar jeha lageyaa
ਸ਼ੁਰੂਆਤ ਸੀ ਯਾਰ ਸੱਚਾ ਲਗਿਆਂ
ਗਲਾਂ ਤੋਂ ਓਹਦੀ ਪਿਆਰ ਸੱਚਾ ਲਗਿਆਂ
ਹਥਾਂ ਤੋਂ ਓਸਦੇ ਜ਼ੈਹਰ ਮਿਠਾ ਅਸੀਂ ਪਿੰਦੇ ਰਹੇ
ਕਰ ਵੀ ਕੀ ਸਕਦੇ ਸੀ ਬਿਨਾਂ ਓਹਦੇ ਸਬ ਬੇਕਾਰ ਜਿਹਾਂ ਲਗਿਆਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ
Je nibhauna na hove
fir dil nhio layida,
Ene sare khaab dikha ke
chad ke nhio jayida,
Jihne nibhauna hove
marde dam tak nibha jande ne,
Jihne chadna hove
majboori keh ke
palla chda jande ne…