Jab aap khwab bunte hoo.
Tab aap apna aap chunte ho..
Mehnat ke liye..
Uncha udne ke liye..
जब आप खवाब बुनते हो।
तब आप अपना आप चुनते हो।
मेहनत के लिऐ।
ऊचा उडने के लिऐ।
Jab aap khwab bunte hoo.
Tab aap apna aap chunte ho..
Mehnat ke liye..
Uncha udne ke liye..
जब आप खवाब बुनते हो।
तब आप अपना आप चुनते हो।
मेहनत के लिऐ।
ऊचा उडने के लिऐ।
बिछड़ के मुझसे, इन गलियों में कितनी दूर जाओगे...
परवानों की बस्ती है, जहां जाओगे मुझे हर जगह पाओगे...
गुज़रा पल, मीठी बातें और वो हसीन शामें सब बुलाते हैं तुम्हे...
इक झूठ ही सही बस कहदो के तुम कल आओगे,
इंतज़ार करना पसंद नहीं पर, मेरी नज़रें राहों पर टिकी हैं...
पता है मुझे रास्ता बदल गया तुम्हारा लेकिन, दिलासा दिए बैठा हूं के तुम कल आओगे...
Sachai di jang vich jhuthe v jitt jande aa ,,
Sma maada howe taan apne vi vik jande aa..
ਸੱਚਾਈ ਦੀ ਜੰਗ ਵਿੱਚ ਝੂਠੇ ਵੀ ਜਿੱਤ ਜਾਂਦੇ ਆ ,,
ਸਮਾਂ ਮਾੜਾ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਆਪਣੇ ਵੀ ਵਿਕ ਜਾਂਦੇ ਆ ..