मेरी तकलीफ़ किसने जानी,
वो अपने में मगरूर था,
दर्द ना दिखा उसे मेरा,
वो दूसरों में खोया था।
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मेरी तकलीफ़ किसने जानी,
वो अपने में मगरूर था,
दर्द ना दिखा उसे मेरा,
वो दूसरों में खोया था।
Unki Mohobat ke nishaan baaki hai
Naam lub pr hai aur jaan baaki hai
Kya hua agr dekh kr muh fer lete hai
Tassalli hai ki shakal ki pehchaan baaki hai❤
उनकी मोहोब्बत के निशान बाकी है
नाम लब पर है और जान बाकी है
क्या हुआ अगर देख कर मुँह फेर लेते हैं
तस्सली है की शक्ल की पहचान बाकी है❤