Skip to content

Najare barbaadi de || shayari in hindi

Dhuaan dhuaan karke jal rahi hai
arthi mere pyaar di
dekh haas reha aaj zamaana saara
tu loot nazaare meri barbaadi de
saannu bhool jawenga eh jag saara

धुँआ धुँआ करके जल रही है
अर्थी मेरे प्यार दी
देख हास्दा आज जमाना सारा
तू लूट नज़ारे मेरी बर्बादी दे
सानु भूल जावेंगा एह जग सारा

Title: Najare barbaadi de || shayari in hindi

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Middle class childern

  • मै मिडिल क्लास फैमिली से हूं………….मैं घर में सबसे छोटा हूं सबकी छोटी हुए कपड़ो से लेकर किताबे भी बड़े भाई बहन की ही आती है मैं छोटा हूं ना सारी चीजे सेकंड हैंड की आदत है। हमारे घर में कमाने वाले सिर्फ थे तनख्वाह से पहले से उस तनख्वाह का हिसाब लग जाता है किसके हिस्से क्या आएगा ये भी पता होता है।

दिवाली पर पापा को बोनस मिलता था तनख्वाह थोड़ी ज्यादा आती थी सबको मालूम था दिवाली पर भी नए कपड़े लेने के लिए पैसे गिनकर मिलते थे कोई अगर बीमार हो जाए तो वो नए कपड़े भी कैंसल हो जाते थे। बचपन से ही एडजस्ट करने की आदत लग जाती है ये आदत अच्छी हो होती है पर कभी कभी बुरी भी होती है। धीरे धीरे बड़े हुए तो पता था मम्मी पापा को कुछ बनकर दिखाना है ये ख्वाब साथ लेकर चला पर बाहर निकले घर से तो ये पता चला कि जो मेरा ख्वाब है वही सबका भी ख्वाब था सबको अपनी जिंदगी में मेरी तरह ही कुछ करना था। जैसे तैसे एक नौकरी लगी वो भी मेरी पसंद की नही थी पर पापा का हाथ बंटाने के लिए भी तो कुछ करना था अपने दिल को समझकर वो नौकरी कर ली मुझे नौकरी लगी ये सुनकर मम्मी पापा दोनो खुश हो जाए पापा की आखों से तो आंसू ही आ गए आंखो से निकलते आंसू भी उस दिन मुझसे बात कर रहे थे मानो वो ये कह रहे थे की अब मेरे कंधो का थोड़ा बोझ कम हुआ मेरे साथ कोई कमाने वाला आ गया। उस दिन से मैंने वो नौकरी ज्वाइन कर ली और उसकी भी आदत सी पड़ गई।

Title: Middle class childern


Hor tang Na kar menu || Punjabi shayari || sad status

Sach dassa tere ton baad jiwe mera hajj hi nhi hoyea
Chehre akhan moohre bhut aun
Par pehla vang dil da rajj hi nhi hoyea
Eh gall mere kapde, boot, pagga nu pta
Milan to pehla kinni var badle mein
Sach dassa ohde wang Hun metho kade sajj vi nhi hoyea
Gimi di Hun kyu koi na Saar tenu
Chll tu vi nikal te yaadan to vi mukat kar menu
Hun hor tang na kar menu
hor tang na kar menu 💔

ਸੱਚ ਦੱਸਾਂ ਤੇਰੇ ਤੋਂ ਬਾਦ ਜਿਵੇਂ ਮੇਰਾ ਹੱਜ ਹੀ ਨਹੀਂ ਹੋਇਆ
ਚੇਹਰੇ ਅੱਖਾਂ ਮੂਰੇ ਬਹੁਤ ਆਉਣ,
ਪਰ ਪਹਿਲਾਂ ਵਾਂਗ ਦਿਲ ਦਾ ਰੱਜ ਹੀ ਨਹੀਂ ਹੋਇਆ
ਇਹ ਗੱਲ ਮੇਰੇ ਕੱਪੜੇ, ਬੂਟ, ਪੱਗਾਂ ਨੂੰ ਪਤਾ
ਮਿਲਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਕਿੰਨੀ ਵਾਰ ਬਦਲੇ ਮੈਂ
ਸੱਚ ਦੱਸਾਂ ਉਹਦੇ ਵਾਂਗ ਹੁਣ ਮੈਥੋਂ ਕਦੇ ਸੱਜ ਵੀ ਨੀ ਹੋਇਆ
ਗਿਮੀ ਦੀ ਹੁਣ ਕਿਉਂ ਕੋਈ ਨਾ ਸਾਰ ਤੈਨੂੰ
ਚੱਲ ਤੂਵੀਂ ਨਿਕਲ ਤੇ ਯਾਦਾਂ ਤੋਂ ਵੀ ਮੁਕਤ ਕਰ ਮੈਨੂੰ
ਹੁਣ ਹੋਰ ਤੰਗ ਨਾ ਕਰ ਮੈਨੂੰ
ਹੋਰ ਤੰਗ ਨਾ ਕਰ ਮੈਨੂੰ💔

Title: Hor tang Na kar menu || Punjabi shayari || sad status