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Nasha teri akhiya da || punjabi shayari || Sacha pyar

Nasha teri akhiya da mere utte sajjna
Khaure kehra jaadu jeha payi janda e..!!
Loka nu tanhayian ch yaad aundi e
Menu mehfila ch v tera cheta ayi janda e..!!

ਨਸ਼ਾ ਤੇਰੀ ਅੱਖੀਆਂ ਦਾ ਮੇਰੇ ਉੱਤੇ ਸੱਜਣਾ
ਖੌਰੇ ਕਿਹੜਾ ਜਾਦੂ ਜਿਹਾ ਪਾਈ ਜਾਂਦਾ ਏ..!!
ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਤਨਹਾਈਆਂ ‘ਚ ਯਾਦ ਆਉਂਦੀ ਏ
ਮੈਨੂੰ ਮਹਿਫ਼ਿਲਾਂ ‘ਚ ਵੀ ਤੇਰਾ ਚੇਤਾ ਆਈ ਜਾਂਦਾ ਏ..!!

Title: Nasha teri akhiya da || punjabi shayari || Sacha pyar

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Yaara Yaari Da Maan Rakhi || yaari punjabi shayari

Yaara Yaari Da Maan Rakhi
Dimag Vich Nahi Par Dil Vich Pehchan Rakhi
Main Bhi Manga Ik Dua Rab Toh
Mere Sohne Dost Nu Har Dukh To Anjaan Rakhi

 

 

Title: Yaara Yaari Da Maan Rakhi || yaari punjabi shayari


Mehnat || hindi poetry || मेहनत पर कविता

आज गया  ऐसे ही
कल भी चला जायेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू  कुछ नही कर पायेगा|

दुःख है आज जिंदगी मे तेरे
कल सुख भी पायेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू कुछ नही कर पायेगा|

साथी पहुंच जायेगे बहुत आगे 
तू पीछे ही रह जायेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू  कुछ नही कर पायेगा|

समय बितता जायेगा
तू सोचता ही रह जायेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू  कुछ नही कर पायेगा|

जिंदगी के सभी सपने
मेहनत से ही पुरे कर पायेगा 
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू कुछ नही कर पायेगा|

आज मेहनत करेगा तभी
कल मेहनत का  फल पायेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू कुछ नही कर पायेगा|

जब शरीर मे जान ही नही बचेगी
तब क्या मेहनत करेगा
आज गया  समय ऐसे ही
 कल तो तू ही चले जायेगा 
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू कुछ नही कर पायेगा|

जब कुछ नही कर पायेगा तो
किस्मत को जिम्मेवार ठहरायेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू  कुछ नही कर पायेगा|

मेहनत कर ऐ इंसान तू अब
कब तक ऐसे बैठे रहेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू  कुछ नही कर पायेगा|

गरीब है अगर तू आज
कल अमीर बन जायेगा| 
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू  कुछ नही कर पायेगा|

कब तक  परिवारवालो की
मेहनत की रोटी तू खायेगा
एक दिन तू जरूर पछतायेगा
बिना मेहनत करें ऐ इंसान
तू  कुछ नही कर पायेगा|

मेहनत कर ऐ इंसान
तू आगे ही बढ़ता जायेगा
दुनिया के नजरों मे एक दिन  
सफल इंसान बन जायेगा|

अब सुन ऐ इंसान एक बात आज
जब तक नही निकालेगा अपने
अंदर के आलस को तू बाहर
तब तक मेहनत करने से
कतरायेगा तू हर बार|

कामयाब वही होते है
जो कुछ कर दिखाते है
वरना सोचता तो हर इंसान है|
सोच मे तो ऐ इंसान तू बैठे-बैठे
 बडे बडे सपने देख लेता है
 जब मेहनत करने समय आता है
 तो सपनो को  दो मिनट मे तोड़ देता है|
सपने ऐसे देख जिसको तू पूरा कर सके
ऐसे सपने ही क्यों देखने जिनको
पाने की तू हिम्मत ही न रख सके |

कितने आये जिंदगी मे
ओर कितने चले गये
नाम उनका ही रहा
जो कुछ करके दिखा गये|

वो सोचते थे जो भी 
उसको पूरा करके दिखाते थे
उनका मुँह नही  बोलता था
काम बोलके दिखाता था |

मेहनत करके ऐ इंसान
जब तू इस जिंदगी से जायेगा
तेरा नाम रहेगा इस दुनिया मे
ओर तू अमर कहलायेगा.

Title: Mehnat || hindi poetry || मेहनत पर कविता