raat saaree tadapate rahenge ham,
ab…aaj phir khat tere padh lie shaam ko…
रात सारी तड़पते रहेंगे हम,
अब…आज फिर ख़त तेरे पढ़ लिए शाम को…
raat saaree tadapate rahenge ham,
ab…aaj phir khat tere padh lie shaam ko…
रात सारी तड़पते रहेंगे हम,
अब…आज फिर ख़त तेरे पढ़ लिए शाम को…
दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला
वही अंदाज़ है ज़ालिम का ज़माने वाला
अब इसे लोग समझते हैं गिरफ्तार मेरा
सख्त नदीम है मुझे दाम में लाने वाला
क्या कहें कितने मरासिम थे हमारे इस से
वो जो इक शख्स है मुंह फेर के जाने वाला
मुन्तज़िर किस का हूँ टूटी हुई दहलीज़ पे मैं
कौन आएगा यहाँ कौन है आने वाला
मैंने देखा है बहारों में चमन को जलते
है कोई ख्वाब की ताबीर बताने वाला
ਮਾਪਿਆਂ ਤੋਂ ਕਦੇ ਦੂਰ ਨਹੀਂ ਲੰਘੀਦਾ
ਸੱਚ ਕਹਿਣੋ ਕਿਸੇ ਦੇ ਮੂਹਰੇ ਨਹੀਂ ਸੰਗੀਂਦਾ !
ਰਾਹ ਜਾਂਦੇ ਦੇਖ ਕੇ ,ਕਦੇ ਨਹੀਂ ਖੰਘੀਦਾ,
ਰੱਬ ਦੀ ਰਜ਼ਾ ਵਿੱਚ ਰਹੀਦਾ,
ਤੇ ਸਰਬਤ ਦਾ ਭਲਾ ਮੰਗੀਂਦਾ !!!