Rang roop dekhda reh janda
Kde rooh wal v tak lya kr.
Rang roop dekhda reh janda
Kde rooh wal v tak lya kr.
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
उठता है तूफान सीने में जब
जहन में सवाल इक आता है
जब जाना ही है दूर तो
क्यों करीब कोई आता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
जिसे देखना भी नही मुनासिब
आंखे बंद कर करीब उसी को पता है
ढूंढ ले खामियां उसकी हजार पर
दिल तो आज भी बेहतर उसी को बताता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
सपने देखता है नई दुनिया बसाने के तू
नींद तेरी आज भी वही चुराता है
बेख्याल होने का करले तमसील भले
मिलने का ख्याल तो आज भी सताता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
waqt maadha lok maadhe
chal rahe halaat maadhe
safar fizool eh zindagi da
yaar yaar nu apne apne aa nu maare
ਵਕਤ ਮਾੜਾ ਲੋਕ ਮਾੜੇ
ਚਲ ਰਹੇ ਹਲਾਤ ਮਾੜੇ
ਸਫ਼ਰ ਫਿਜ਼ੂਲ ਏਹ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦਾ
ਯਾਰ ਯਾਰ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਆਪਣੇਂ ਆ ਨੂੰ ਮਾਰੇ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷