
Vich rishte khuda da vaas howe..!!
Rooh di rooh naal sohbat howe
Saadgi bhari mohobbat howe..!!
Apne pyar di ki mein kahani sunawa
Kive apni mein zubani sunawa
Eh acha jeha ni lgda e
Je mein apne ishq di nilami sunawa..!!
ਆਪਣੇ ਪਿਆਰ ਦੀ ਕੀ ਮੈਂ ਕਹਾਣੀ ਸੁਣਾਵਾਂ
ਕਿਵੇਂ ਆਪਣੀ ਮੈਂ ਜ਼ੁਬਾਨੀ ਸੁਣਾਵਾਂ
ਏਹ ਅਛਾ ਜਿਹਾਂ ਨੀਂ ਲਗਦਾ ਐਂ
ਜੇ ਮੈਂ ਆਪਣੇ ਇਸ਼ਕ ਦੀ ਨਿਲਾਮੀ ਸੁਣਾਵਾਂ..!!
किसी को रफ्ता-रफ्ता चाहा था , अब किश्तों में मरते हैं ।
कैसे कहें अपना हाल-ए-दिल , क्या बताएँ कि हम मोहब्बत करते हैं ।।
ईश्क की सौदेबाजी में , नीलाम हो गई चाहते मेरी ।
नफा-नुकसान के फासलों में , उम्मीद की गुंजाइश ढूँढा करते हैं ।।
ख्वाबों के शहर में , चाहत का एक ख्याल आया ।
कई जवाबों के बाद , संगीन एक सवाल आया ।।
रूखसत किया जिसे , जिसकी पसंद से हमने ।
वो जो शख्स था , मेरी कई इबादतों के बाद आया ।।❤️🍂