
zaher kare taan dass jayi
Meri trah tere layi pagl ho koi
shayar bane taan dass jayi..!!
“तन्हाई में भी बहुत सी अच्छाई है I
बिना बात हसाती है, रुलाती है I
बड़े -बड़े ख्याब दिखलाती है I
क्योंकि, तन्हाई में भी है बहुत सी अच्छाई I
अपने आप से मिलबाती है I
ज़िंदगी जीने का तरीका सिखलाती है I
आपनो की याद दिलाती है I
बातें जो दफ़न हो गई है यादों की कब्र में उस से मिलबाती है I
क्योंकि, तन्हाई में भी बहुत सी अच्छाई है I
ख्यालों के मजधार में डुबोती है I
खुद पर भरोसा करना सिखलाती है I
क्योकि तन्हाई में भी बहुत सी अच्छाई है I”
Beshakk jee ishq layi te ishq layi mar
Par ishq je eh karna taa khuda naal kar..!!
ਬੇਸ਼ੱਕ ਜੀਅ ਇਸ਼ਕ ਲਈ ਤੇ ਇਸ਼ਕ ਲਈ ਮਰ
ਪਰ ਇਸ਼ਕ ਜੇ ਇਹ ਕਰਨਾ ਤਾਂ ਖੁਦਾ ਨਾਲ ਕਰ..!!