जो कहते हैं रंगत माईने नही रखती || hindi poetry || best lines
जो कहते हैं रंगत माईने नही रखती
उन्हें ही अपने हुसन पे इतराते देखा है🥀
नहीं रही अब कीमत यहाँ लहज़े की
सोच समझ को ख़ाक में जाते देखा है🥀
नहीं है हिम्मत अब नए रिश्ते बनाने की
कई शख्सों को साथ छोड़ जाते देखा है🥀
पैरों के छाले भी थक गए दे दे कर दर्द ‘शरद’
हिम्मत देख मेरी उन्हें भी मुस्कुराते देखा है🥀
अच्छी निगाह की बात करते हैं जो लोग
उनकी नियत को हुसन देख डगमगाते देखा है🥀
मेरा अपना होने का दावा करते हैं जो
उन्हें ही मेरी कामयाबी पर खार खाते देखा है🥀
ओ मेरे दिलबर मेरे दिलकश मेरे दिलजू
तेरे साथ गुज़रा रास्ता जन्नत को जाते देखा है🥀
जब देखा था तेरी आंखों मै मैंने
खुदको सांस लेना तक भूल जाते देखा है🥀
कहते हैं प्यार ताकत है सबसे बड़ी इस दुनिया की
दौलत पे कई सच्चे प्यारों को लड़खड़ाते देखा है🥀