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Zid shayari

Baari baari sabh chale gaye || Hindi shayari

बारी – बारी सब चले गए,

पर तुम हाथ थामें रखना।

मेरी जो कुछ भी बची है वो,

उम्मीदों को संभाल कर रखना।

माना थोड़ी जिद्दी हूं मैं,

तुम मेरी जिद्द को पूरा करना।

बारी – बारी सब चले गए,

पर तुम हाथ थामें रखना।

Tumhare jane ki zid || sad but true

Waqt ko baaton mein uljhana aata tha humein
Agar zid tumhari jane ki na hoti✨

वक़्त को बातो में उल्ज़ाना आता था हमे
अगर जिद तुम्हारी जाने की न होती✨