shifaarshaa v fizul meri
rab kehdha sunda aa
band kar khaab vekhna mukamal ishq de
gaaba jehdha tu pyaara de bunda e
ਸਿਫ਼ਾਰਿਸ਼ਾਂ ਵੀ ਫਿਜ਼ੂਲ ਮੇਰੀ
ਰੱਬ ਕੇਹੜਾ ਸੁਣਦਾ ਐਂ
ਬੰਦ ਕਰ ਖ਼ੁਆਬ ਵੇਖਣਾ ਮੁਕਮੰਲ ਇਸ਼ਕ ਦੇ
ਗਾਬਾ ਜਿਹੜੇ ਤੂੰ ਪਿਆਰਾ ਦੇ ਬੁਣਦਾ ਐਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
shifaarshaa v fizul meri
rab kehdha sunda aa
band kar khaab vekhna mukamal ishq de
gaaba jehdha tu pyaara de bunda e
ਸਿਫ਼ਾਰਿਸ਼ਾਂ ਵੀ ਫਿਜ਼ੂਲ ਮੇਰੀ
ਰੱਬ ਕੇਹੜਾ ਸੁਣਦਾ ਐਂ
ਬੰਦ ਕਰ ਖ਼ੁਆਬ ਵੇਖਣਾ ਮੁਕਮੰਲ ਇਸ਼ਕ ਦੇ
ਗਾਬਾ ਜਿਹੜੇ ਤੂੰ ਪਿਆਰਾ ਦੇ ਬੁਣਦਾ ਐਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
हमने डूबते सूरज की एक शाम को अपना किरदार बदल डाला,
के उस मोहब्बत की चुभन को शायरी का नजमा दे डाला,
लोग मेरी तकरीरों पर वाह वाही दे रहे थे,
भीड़ में कुछ लोग ताली बजाकर, तो कुछ लोग अपनी नाकाम मोहब्बत की दलील दे रहे थे।
महफिल के शोर से एक जानी पहचानी सी आवाज आई,
तू आज भी आगे नहीं बढ़ा की उसने गुहार लगाई,
उसकी इस शिकायत में परवान था पुराने यारो का ।
मै हैरान था कौन था यह शक्स
अनजानों की भीड़ में जिसने मेरे शब्दो में छुपी नाकाम मोहब्बत को पहचाना था,
मुस्कुराता हुआ सामने आया तब समझ आया अरे यह तो यार पुराना था।