ਸਿਰਫ ਤੈਨੂੰ ਪਾਉਣ ਦੀ ਚਾਹਤ ਵਿੱਚ
ਮੋਮ ਦੀ ਤਰਾਂ ਪਿਗਲ ਦੀ ਰਹੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ
ਹਥੋਂ ਫਿਸਲ ਦੀ ਰਹੀ ਏ ਜ਼ਿੰਦਗੀ
Sirf tainu paun di chahat vich
mom di tarah pigal di rahi zindagi
hathon fisal di rahi e zindagi
ਸਿਰਫ ਤੈਨੂੰ ਪਾਉਣ ਦੀ ਚਾਹਤ ਵਿੱਚ
ਮੋਮ ਦੀ ਤਰਾਂ ਪਿਗਲ ਦੀ ਰਹੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ
ਹਥੋਂ ਫਿਸਲ ਦੀ ਰਹੀ ਏ ਜ਼ਿੰਦਗੀ
Sirf tainu paun di chahat vich
mom di tarah pigal di rahi zindagi
hathon fisal di rahi e zindagi
Girte patton se shakhon ke berang nazare hain
Lehron ki khanak sunne ko betaab kinare hain
Murjha gayi hain kaliyan bhi do boond pani ki aas mein
Mitti ki khoobsurti ab bejaan foolon ne saware hain…💯
गिरते पत्तों से शाखों के बेरंग नज़ारे हैं,
लहरों की खनक सुनने को बेताब किनारे हैं,
मुरझा गई हैं कलियाँ भी दो बूँद पानी की आस में,
मिट्टी की खूबसूरती अब बेजान फूलों ने सवारे हैं…💯
बिखरे हुए हैं शब्द मेरे, जैसे एक टूटा हुआ साज हूँ,
नि:शब्द हूँ मैं जैसे एक दबी आवाज़ हूँ ,
लिख रहा हूँ मैं अपना दर्द स्याही में,
जैसे कोई अनकही बात हूँ ,
लोगों ने करी है मेरी तारीफ़ें, जैसे मै उनके सर का ताज हूँ ,
नज़रें थी तेज मेरी इस कदर, जैसे मै बाज़ हूँ ,
बीता वो कल जिसमें मिले धोखे मुझे, आज बीता कल भी तरस खाता है मुझपे, जो मैं आज हूँ,
शांत हूँ मैं इन चालाकों के झुंड में, क्यूँकि मैं आने वाले तूफ़ान का आग़ाज़ हूँ ,
जो थे मेरे साथ जब अकेला था मैं, मैं आने वाले कल में भी उनके साथ हूँ ,
और जो सोचते थे कि गिरूँगा मैं लड़खड़ाते हुए ज़िंदगी में, उनके लिए एक बुरा ख़्वाब हूँ ,
सपनो को अपने मैं लेकर उडूँगा एक दिन,
जैसे हवा को चीरता हुआ जहाज़ हूँ ,
पर फ़िलहाल बिखरा हुआ शब्द हूँ, एक टूटा हुआ साज हूँ ।।