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tarse jeevan || किसान कविता

                                                  किसान कविता

बूँद बूँद को तरसे जीवन,
बूँद से तड़पा हर किसान
बूँद नही हैं कही यहाँ पर
गद्दी चढ़े बैठे हैवान.
बूँद मिली तो हो वरदान
बूँद से तरसा हैं किसान
बूँद नही तो इस बादल में
देश का डूबा है अभिमान
बूँद से प्यासा हर किसान
बूँद सरकारों का फरमान
बूँद की राजनीति पर देखों
डूब रहा है हर इंसान.

                                    देव चौधरी

Title: tarse jeevan || किसान कविता

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Chott bhi unse khai hai || hindi shayari

Gardishe kisi pe kabhi aisi bhi aai hai
jin pathro ko sajda kiya
chott bhi unse khai hai
Gardishe kisi pe kabhi aisi bhi aai hai
jin pathro ko sajda kiya
chott bhi unse khai hai

Title: Chott bhi unse khai hai || hindi shayari


Jungle human || वन्य जीव संरक्षण पर कविता

मूक प्राणियों पर हमको तो,

तरस बहुत ही आता है।

इनकी देख दुर्दशा अपना,

सीना फटता जाता है।।

वन्य जीव जितने भी हैं,

सबका अस्तित्व बचाना है,

जंगल के जीवों के ऊपर,

दया हमें दिखलाना है।

वृक्ष अमूल्य धरोहर हैं,

इनकी रक्षा करना होगा।

जीवन जीने की खातिर,

वन को जीवित रखना होगा।

तनिक-क्षणिक लालच को,

अपने मन से दूर भगाना है।

धरती का सौन्दर्य धरा पर,

हमको वापिस लाना है।।

Title: Jungle human || वन्य जीव संरक्षण पर कविता