ਅਸੀਂ ਹੀ ਪਾਗਲ ਸੀ
ਜੋ ਓਹਨਾਂ ਦੇ ਕੀਤੇ timepasss ਨੂੰ ਪਿਆਰ ਸਮਝ ਬੈਠੇ
asin hi pagal c
jo ohna de kite timepass nu pyar samajh baithe
ਅਸੀਂ ਹੀ ਪਾਗਲ ਸੀ
ਜੋ ਓਹਨਾਂ ਦੇ ਕੀਤੇ timepasss ਨੂੰ ਪਿਆਰ ਸਮਝ ਬੈਠੇ
asin hi pagal c
jo ohna de kite timepass nu pyar samajh baithe
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बेचैन,
ठोकरें बहुत है राह में,बीत गए वो दिन रैन,
सोचा ना था यूं सौदा करूंगा,
बूंदों सी बारिश में प्यासा चलूंगा,
पसीने से तर है दामन मेरा
कैसे बायां करूं हाल ए दिल अपना के,
कैसे भीगते हैं मेरे नैन,
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बेचैन,
शाम भी बीत गई, सूरज भी ढल गया,
रास्तों पर निकला तो वक्त भी बदल गया,
ठोकरें बहुत खाई अब थोड़ा संभाल गया,
किससे कहूं फिर भी भीगते हैं मेरे नैन,
मंज़िल अभी दूर है, मुसाफिर है बैचेन,
मेरा हिस्सा था जिनमें कुछ लम्हे चुरा लाया हूं,
हर कदम के साथ कुछ करीब आया हूं,
किनारों पर समेटकर कुछ लेहरें लाया हूं,
दो पल ही सही वापस आए वो दिन रैन,
मै ही हूं वो मुसाफिर, मै ही था बेचैन…
Main kabhi kabhi ye sochta hu agar aap na hoti to kya hota
lekin itna janta hu main khush hota.