
Hun aadat tenu chahune di..!!
Lakh samjhawan akhiyan nu par
Umeed na shaddan tere aune di..!!

तू चलता चल ऐ बंदेया
माना मुश्किल , है सफ़र
पर जब साथ हो कोई हमदर्द
तो किस बात का डर
तू चलता चल ऐ बंदेया….
बपिस मुड़ना अब यहाँ से
माना है , जिस राह पर तू चला है
रुक , ठहर , खुद से खुद की लिए इजाज़त माँग,
फिरसे खड़कर , द्रिड होकर, चट्टान सा बनकर
तू चलता चल ऐ बंदेया…
तुझे रखना पड़ेगा खुद को प्रत्येक रूप से तयार
क्यूँकि इस संसार में ना रख सकते प्यार का , ना यार का ऐतबार
पर मुश्किल समय में ग़ैरों का हौंसला ज़रूर बनना मेरे यार
यहाँ आजकल कोन आता है छोड़कर अपना घर व्यापार
तू बुलंदियाँ छूता चल ऐ बंदेया ,तू चलता चल ऐ बंदेया ,
तू चलता चल ऐ बंदेया…….।
Rab se bair rakhna
Te jeene ka kaisa tareeka hai
Chehre pe jhuthi muskaan
Ye zehan zehar bhi to peeta hai.
Jeb bhari hai noto se
Payal bhi khanakte sikko ka feeta hai
Bhool gaye na.. Vajud apna
Kya jeene ka ye akhiri tareeka hai???
रब से बैर रखना,
ये जीने का कैसा तरीका है…
चेहरे पे झूठी मुस्कान,
ये ज़हन ज़हर भी तो पीता है…
जेब भरी हैं नोटों से,
पायल भी खनकते सिक्कों का फीता है…
भूल गए ना, वजूद अपना,
क्या जीने का ये आखिरी तरीका है.???