Darwaze par baithi rehti hu yooh hi waqt be waqt
tum aao na aao umeed bani rehti hai
दरवाजे पर बैठी रहती हूं यूं ही वक्त बे वक्त
तुम आओ ना आओ उम्मीद बनी रहती हैं।
Darwaze par baithi rehti hu yooh hi waqt be waqt
tum aao na aao umeed bani rehti hai
दरवाजे पर बैठी रहती हूं यूं ही वक्त बे वक्त
तुम आओ ना आओ उम्मीद बनी रहती हैं।
कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,
फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,
एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी
हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,
मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया
कमबख्त तूने,
वो हँसी और बोली- मैं जिंदगी हूँ पगले
तुझे जीना सिखा रही थी।
ohnu khaun ton pehla
asi mar jaiye
eh darde judai
ch akhir kaun ji sakda hai
ਓਹਨੂੰ ਖੋਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ
ਅਸੀਂ ਮਰ ਜਾਈਏ
ਐਹ ਦਰਦੇ ਜੁਦਾਈ
ਚ ਆਖੀਰ ਕੋਣ ਜੀ ਸਕਦਾ ਹੈ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷