Auron ko dekhte the vo khuleaam bich bazar mein
Na Jane humein chupke se dekhna unhe kyu aschaa lgta tha..!!
औरों को देखते थे वो खुलेआम बीच बाज़ार में
न जाने हमें चुपके से देखना उन्हें क्यों अच्छा लगता था..!!
Auron ko dekhte the vo khuleaam bich bazar mein
Na Jane humein chupke se dekhna unhe kyu aschaa lgta tha..!!
औरों को देखते थे वो खुलेआम बीच बाज़ार में
न जाने हमें चुपके से देखना उन्हें क्यों अच्छा लगता था..!!
इस ग़म के सवेरे में अजीब सा साया है,
दरवाज़े पर मेरे इक फकीर आया है,
उसे भूख है, मुझे अंधेरों ने खाया है,
जो था सब उसे नज़र कैसे ना करता,
वो मेरे लिए मुट्ठी भर रौशनी लाया है…🍂
तुम पूछ लेना सुबह से…!!
ना यकीन हो तो शाम से…!!
ये दिल धड़कता हैं
तेरे ही नाम से….!!!💞
निगाहों से दिल पर तेरा पैगाम दूं
मोहब्बत वफा़ का अंज़ाम लिख दूँ
तुम चले आओ मेरे लबों पर सरगम बनकर
मैं अपनी धड़कन क्या सातों जनम तेरे नाम कर दूँ🍁