Kuch rul gye mere to,
kuch geeta’n de saaz likha
Bewafawa da raja mai,
Wafa nl bitayi raat likha
Kuch rul gye mere to,
kuch geeta’n de saaz likha
Bewafawa da raja mai,
Wafa nl bitayi raat likha
ਮੈਂ ਜਜ਼ਬਾਤਾਂ ਨਾਲ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜ ਲਿਆ
ਅਫ਼ਸੋਸ ਜੇ ਤੇਰੀ ਅੱਖਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਪਿਆਰ ਨੂੰ ਪੜ੍ਹ ਲੈਂਦਾ
ਗੁੱਸਾ ਬਹੁਤ ਚੀਜ਼ਾਂ ਮੇਰੇ ਲਈ ਖ਼ਰਾਬ ਕਰ ਗਿਆ
ਖੱਤਰੀ ਨੂੰ ਹਰ ਵਕਤ ਯਾਦਾਂ ਦਾ ਵਾਪਰੋਲਾ ਤੜਫਾਉਂਦਾ
𝕂ℍ𝔸𝕋ℝ𝕀♠
सौ ख्वाबों को मिला के एक ख्वाब देख रखा है ,
ज़िंदगी ने जाने फिर भी क्या हिसाब रखा है ,
तू मशरुफ़ है तेरी अहमत में,
और मैंने तेरे इंतज़ार को संभाल रखा है ।
माना दर्द की सौगात लाता है इश्क़ जाना ,
फिर भी मैंने अपनी मुलाकातों का गुलाब रखा है ,
तेरे साथ ही तो चल रहा है वजूद मेरा ,
तेरी यादों का मैंने एक तकियाँ भिगो रखा है ।
तेरा यू इंतज़ार करवाना ,मेरे दिल को खा जाता है ,
फिर भी तुझसे मिलने का अरमान सजा रखा है ,
कभी आओ खुल के सामने जो मेरे तुम तो दिखाऊ ,
टूटे दिल मे भी तेरे लिए एक महल सजा रखा है ।
………….अजय कुमार ।