
jaise ki wo mujhe pehchante hi nahi
kitni daffa jakham khaye hain
mere is dil ne
fir bhi hum us bewafa ko bewafa mante hi nahi
तनहाई तलाश रही मुझको, और मुझे तलाश है बस तेरी..
गर मुमकिन है तो आ जाओ, इंतजार में नजरें हैं मेरी..
इंहे नींद नहीं अब आती है, राहों में टिकी हैं ये तेरी..
यकीन न इनको होता है, के तूने भी आंखें हैं फेरी..
समझाऊं केसे मैं इनको, किस्मत में नहीं है तू मेरी..
जिन आंखों को हैं ये ढूंढ़ रही, बंद हैं वो आंखें तेरी..
जेसे दिल है हार गया मेरा, वैसे हारेगी अब रूह मेरी..
अब थक कर ये सोएंगी जब, होगी जिस्म से जान जुदा मेरी..
Chahun valeya di koi kami na e sanu
Dil di zid e bas ke marna tere te hi e..!!
ਚਾਹੁਣ ਵਾਲਿਆਂ ਦੀ ਕੋਈ ਕਮੀ ਨਾ ਏ ਸਾਨੂੰ
ਦਿਲ ਦੀ ਜ਼ਿੱਦ ਏ ਬਸ ਕਿ ਮਰਨਾ ਤੇਰੇ ‘ਤੇ ਹੀ ਏ..!!