हदें शहर से निकली तो गांव गांव चली
कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली
सफर में धूप का हुआ तो तजुर्बा हुआ
वो जिंदगी ही क्या जो छांव-छांव चली
हदें शहर से निकली तो गांव गांव चली
कुछ यादें मेरे संग पांव-पांव चली
सफर में धूप का हुआ तो तजुर्बा हुआ
वो जिंदगी ही क्या जो छांव-छांव चली
Karlo ibadat bhi is waqt se
Ke laut aaye bachpan ek baar fir…
Jab rukte nahi the pair khwabon ke piche se,
Daurhti rahe ye dhadkan ek baar fir…💕
करलो इबादत भी इस वक्त से,
के लौट आए बचपन एक बार फिर…
जब रुकते नहीं थे पैर ख्वाबों के पीछे से,
दौड़ती रहे ये धड़कन एक बार फिर…💕
Irada na tha mera door jane ka
Gairon se fariyaad na kar mere laut aane ka
Mohobbat ke lamhe bhool nhi sakte
Koi to esa zariya hota yaadon ko bhool jane ka…
इरादा न था मेरा दुर जाने का
गैरो से फ़रियाद न कर मेरे लौट आने का ।
मोहब्बत के लम्हे भूल नही सकते
कोई तो ऐसा जरिया होता यादो को भूल जाने का ।।