ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
Enjoy Every Movement of life!
ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
अपनी हरेक अदा से मुझे अपना
कायल बना देगा,
वो मुझे छूएगा भी नहीं और मुझे
पागल बना देगा।
kyu badnaam kareyaa jaawe ohnu
usdi koi majboori howegi
ja ishq ch ajhmaun di aashq nu
ohdi puraanu aadata howegi
ਕਿਓਂ ਬਦਨਾਮ ਕਰਿਆਂ ਜਾਵੇ ਓਹਨੂੰ
ਓਸਦੀ ਕੋਈ ਮਜਬੂਰੀ ਹੋਵੇਗੀ
ਜਾਂ ਇਸ਼ਕ ਚ ਅਜ਼ਮਾਉਣ ਦੀ ਆਸ਼ਕ ਨੂੰ
ਓਹਦੀ ਪੁਰਾਣੀ ਆਦਤ ਹੋਵੇਗੀ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷