ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
Enjoy Every Movement of life!
ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
dil me bujhi aag fir se bhadhkaa rahe ho kyu
tan se toh tum door ho fir yaado me aa rahe ho kyu
ਦਿਲ ਮੇ ਬੁਝੀ ਆਗ ਫਿਰ ਸੇ ਭੜਕਾਅ ਰਹੇ ਹੋ ਕਿਉ,,
ਤਨ ਸੇ ਤੋਹ ਤੁਮ ਦੂਰ ਹੋ ਫਿਰ ਯਾਦੋ ਮੈ ਆ ਰਹੇ ਹੋ ਕਿਉ ।
❤Love is that which can makes you smile 🙂when you’re tired!