ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
Enjoy Every Movement of life!
ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
Dooriyan vich hi parkhe jnde ne rishte
Akhan sahmne taa sare hi wafadar hunde ne..💯
ਦੂਰੀਆਂ ਵਿੱਚ ਹੀ ਪਰਖੇ ਜਾਂਦੇ ਨੇ ਰਿਸ਼ਤੇ
ਅੱਖਾਂ ਸਾਹਮਣੇ ਤਾਂ ਸਾਰੇ ਹੀ ਵਫ਼ਾਦਾਰ ਹੁੰਦੇ ਨੇ ||💯
Har raat roshan hoti hai sitaaro ke sath🍁
Jagane hote hai usse unche unche khwaab🍁
हर रात रोशन होती हय सीतारो के साथ🍁
जगाने होते हय उसे ऊचे ऊचे खवाब🍁