ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
Well done is better than well said
ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।
Asi osnu pyar karde c,
Oh kise hor nu pyar kardi rahi
Asi us te marde rahe,
Oh kise hor te mardi rahi 💔
ਅਸੀਂ ਉਸ ਨੂੰ ਪਿਆਰ ਕਰਦੇ ਸੀ,
ਓਹੋ ਕਿਸੇ ਹੋਰ ਨੂੰ ਪਿਆਰ ਕਰਦੀ ਰਹੀ।
ਅਸੀਂ ਉਸ ਤੇ ਮਰਦੇ ਰਹੇ,
ਓਹੋ ਕਿਸੇ ਹੋਰ ਤੇ ਮਰਦੀ ਰਹੀ। 💔