जिंदगी के सफर में हर शख्स अपना सा मालूम होता है
जब तलक किसी से कोई उम्मीद की डोर ना बांधी जाए..
Tanhayian vich Haan asi te hauke bharde jande Haan
Sajjna mere teri yaad ch marde jande haan..!!
ਤਨਹਾਈਆਂ ਵਿੱਚ ਹਾਂ ਅਸੀਂ ਤੇ ਹੌਕੇ ਭਰਦੇ ਜਾਂਦੇ ਹਾਂ
ਸੱਜਣਾ ਮੇਰੇ ਤੇਰੀ ਯਾਦ ‘ਚ ਮਰਦੇ ਜਾਂਦੇ ਹਾਂ..!!
रोशनी भरी थी राहें मेरी, जाने कब अंधेरी हो गई..
मंजिल की तलाश में राहों से यारी, और भी गहरी हो गई..
जिन मंजिलों से लेना-देना ना था, वो बदली और मेरी हो गई..
गैर मंजिलों को इतना वक्त दिया के, खुद मंजिल मेरी खो गई..
खैर कोशिशों में कोई कमी ना थी, जो नाकाम मेरी हो गई..
मेरी मंजिल की तलाश अब भी जारी है, भले क्यूं ना देरी हो गई..
भले क्यूं ना देरी हो गई..