जिंदगी के सफर में हर शख्स अपना सा मालूम होता है
जब तलक किसी से कोई उम्मीद की डोर ना बांधी जाए..
वो हुज़रा हमको,मक़ान से प्यारा है
उसका इश्क़ हमे, ज़ान से प्यारा है
नफ़रत करता है,अफताफ अंधेरे से
जुगनू को अंधेरा,ज़हान से प्यारा है
तुम्हारे मुंह से,ये अच्छा नहीं लगता
उसका नाम,मेरी ज़ुबान से प्यारा है
वाकी सारे है, इन सितारों की तरह
बस वो एक चेहरा, चांद से प्यारा है
सब काट के,एक लकीर उसकी बना
वो नफा,हज़ार नुकसान से प्यारा है
घूम लो जाकर, हज़ारों देश विदेश
कोई नहीं,जो हिंदुस्तान से प्यारा है
Kehndi apne alfaza vich na mera zikr kreya kar,
Mein khush haan evein na mera fikr kreya kar
Apne dowaa di kahani nu akhra vich na jadeya kar,
Likh likh yaadan nu injh Na kitaba bhareya kar💔
ਕਹਿੰਦੀ ਆਪਣੇ ਅਲਫ਼ਾਜ਼ਾਂ ਵਿੱਚ ਨਾ ਮੇਰਾ ਜਿਕਰ ਕਰਿਆ ਕਰ,
ਮੈਂ ਖੁਸ਼ ਹਾਂ ਐਵੇਂ ਨਾ ਮੇਰਾ ਫਿਕਰ ਕਰਿਆ ਕਰ…
ਆਪਣੇ ਦੋਵਾਂ ਦੀ ਕਹਾਣੀ ਨੂੰ ਅੱਖਰਾਂ ਵਿੱਚ ਨਾ ਜੜਿਆ ਕਰ,
ਲਿਖ-ਲਿਖ ਯਾਦਾਂ ਨੂੰ ਇੰਝ ਨਾ ਕਿਤਾਬਾਂ ਭਰਿਆ ਕਰ…💔