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मां || maa || hindi shayari

चलो किसी पुराने दौर की बात करते हैं,
कुछ अपनी सी और कुछ अपनों कि बात करते हैं…
बात उस वक्त की है जब मेरी मां मुझे दुलारा करती थी,
नज़रों से दुनिया की बचा कर मुझे संवारा करती थी,
गलती पर मेरी अकेले डांट कर पापा से छुपाया करती थी,
और पापा के मुझे डांटने पर पापा से बचाया करती थी…
मुझे कुछ होता तो वो भी कहाँ सोया करती थी,
देखा है मैंने,
वो रात भर बैठकर मेरे बाल संवारा करती थी,
घर से दूर आकर वो वक्त याद आता है,
दिन भर की थकान के बाद अब रात के खाने में, कहां मां के हाथ का स्वाद आता है,
मखमल की चादर भी अब नहीं रास आती है,
माँ की गोद में जब सिर हो उससे अच्छी नींद और कहाँ आती है…

Title: मां || maa || hindi shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Urdu Ghazal or Shayari

KARTE HO JO IS TARHA NAZAKAT SE PARWARISH TUM

PHIR YEH BHI TO SOCHAIN NA

MIL JAAYE JO LOG KAMZARF MUQAABIL MAIN

PHIR KYA BANE GA WAHAAN DUKHTAR KE TUMHARI

کرتے ہو جو اس طرح نزاکت سے پرورش تم

پھر یہ بھی تو سوچیں نا

مل جائیں جو لوگ کم ظرف مقابل میں 

پھر کیا بنے گا وہاں دختر کے تمھاری

Title: Urdu Ghazal or Shayari


Jajbaat || Hindi shayari

कुछ नए अहसास लिए फिरता है,                 
ये दिल मेरा अजीब से जज्बात के लिए फिरता है,  
समझ में नहीं आ रहा चल क्या रहा है,.       
कुछ तो अजीब से सवाल के लिए फिर रहा है🥀

Title: Jajbaat || Hindi shayari