तू बन दूध सा कोरा , मै बन पत्ती तुझमें मिल जाऊंगी
तू बन इत्र सा मेरा , में हवा बन घुल जाऊंगी
आएगा जो जिक्र तेरा , मै लाली लाके सरमाऊंगी
तू बन के आना बारिश , मै रंगों सी बिखर जाऊंगी।❤️
Enjoy Every Movement of life!
तू बन दूध सा कोरा , मै बन पत्ती तुझमें मिल जाऊंगी
तू बन इत्र सा मेरा , में हवा बन घुल जाऊंगी
आएगा जो जिक्र तेरा , मै लाली लाके सरमाऊंगी
तू बन के आना बारिश , मै रंगों सी बिखर जाऊंगी।❤️
Jan ne da hakk vi nahi reha kujh sanu
Haal puchiye taan kehnde ne
“Mar nahi chlle asi”💔..!!
ਜਾਣਨੇ ਦਾ ਹੱਕ ਵੀ ਨਹੀਂ ਰਿਹਾ ਕੁਝ ਸਾਨੂੰ
ਹਾਲ ਪੁੱਛੀਏ ਤਾਂ ਕਹਿੰਦੇ ਨੇ
“ਮਰ ਨਹੀਂ ਚੱਲੇ ਅਸੀਂ”💔..!!
ये रिश्तों के सिलसिले
इतने अजीब क्यों हैं,
जो हिस्से नसीब में नहीं
वो दिल के करीब क्यों हैं,
ना जाने कैसे लोगों को
मिल जाती है उनकी चाहत,
आख़िर किस से पूछे
हम इतने बदनसीब क्यों हैं।