सादगी हमारी हमसे है,
हम क्यूं बदल जाएं हजारों का रुख़ देखकर...
बदलने वाले किसी के अपने नहीं होते,
वो तो यूं ही बदल जाते हैं
नजारों का रुख़ देखकर...
Enjoy Every Movement of life!
सादगी हमारी हमसे है,
हम क्यूं बदल जाएं हजारों का रुख़ देखकर...
बदलने वाले किसी के अपने नहीं होते,
वो तो यूं ही बदल जाते हैं
नजारों का रुख़ देखकर...
ਜੀਹਦੇ ਲੱਗੀ ਓਹੀ ਜਾਣੇ, ਨੁਕਸਾਨ ਝੱਲ ਕੇ ਤਾਂ ਦੇਖ ।
ਕੱਲਾ ਤਾਂ ਵੈਸੇ ਹੀ ਚਮਕਦਾ
ਤੇਰਾ ਮੁੱਲ ਕੀ ਪੈਣਾ, ਪਥਰਾਂ ਚ ਰਲ਼ ਕੇ ਤਾਂ ਦੇਖ ।।
#sam
बूँद बूँद को तरसे जीवन,
बूँद से तड़पा हर किसान
बूँद नही हैं कही यहाँ पर
गद्दी चढ़े बैठे हैवान.
बूँद मिली तो हो वरदान
बूँद से तरसा हैं किसान
बूँद नही तो इस बादल में
देश का डूबा है अभिमान
बूँद से प्यासा हर किसान
बूँद सरकारों का फरमान
बूँद की राजनीति पर देखों
डूब रहा है हर इंसान.
तरुण चौधरी