हटा ली आइने से धूल ए ग़ालिब,
अब दामन मैला सा लगता है,
रूह तो नापाक थी ही,
अब आंगन भी मैला सा लगता है,
देखना ज़रूर के परिंदे भी छोड़ जायेंगे
बसेरा अपना उस दर से,
जिस दर पर मोहब्बत का मेला भी,
मैला सा लगता है...
हटा ली आइने से धूल ए ग़ालिब,
अब दामन मैला सा लगता है,
रूह तो नापाक थी ही,
अब आंगन भी मैला सा लगता है,
देखना ज़रूर के परिंदे भी छोड़ जायेंगे
बसेरा अपना उस दर से,
जिस दर पर मोहब्बत का मेला भी,
मैला सा लगता है...
vichodha pyaar ni dubaara milda e
murjhaeya hoeyaa ful dubaara nahi khilda e
saat janama da saath den di taa bas gal hundi e
ehna galla vich aun wala barbaad hunda e
ਬਿਛੋੜਾ ਪਿਆਰ ਨੀਂ ਦੁਬਾਰਾ ਮਿਲਦਾ ਐਂ
ਮੁਰਝਾਇਆ ਹੋਇਆ ਫੁੱਲ ਦੁਬਾਰਾ ਨਹੀਂ ਖਿਲਦਾ ਐ
ਸਾਤ ਜਨਮਾ ਦਾ ਸਾਥ ਦੇਣ ਦੀ ਤਾ ਬਸ ਗਲ਼ ਹੁੰਦੀ ਹੈ
ਐਹਣਾ ਗਲਾਂ ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਵਾਲ਼ਾ ਬਰਬਾਦ ਹੁੰਦਾ ਐਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷