हम रोशनी में बैठकर,सारी रात लिखते हैं
उस नक़ाव में हमको,दो चिराग़ दिखते हैं
तुझको अंदाज़ा भी नहीं होगा,के मेरे बगैर
तेरे पास बैठे लोग,कितने ख़राब दिखते हैं
Enjoy Every Movement of life!
हम रोशनी में बैठकर,सारी रात लिखते हैं
उस नक़ाव में हमको,दो चिराग़ दिखते हैं
तुझको अंदाज़ा भी नहीं होगा,के मेरे बगैर
तेरे पास बैठे लोग,कितने ख़राब दिखते हैं
ਵਟਾ ਕੇ ਤਾਂ ਦੇਖ
ਅੱਖੀਆਂ ਚ ਅੱਖੀਆਂ
ਪਾ ਕੇ ਤਾਂ ਦੇਖ
ਮੁਹੱਬਤ ਆਪਣੇ ਆਪ ਹੋ ਜਾਉ
ਇਕ ਵਾਰੀ ਸਾਨੂੰ ਅਪਣਾ
ਬਣਾਕੇ ਤਾ
ਦੇਖ
