ज़िन्दगी के सफ़र में
मुसाफिर चलता गया
जैसा रब ने चाहा
वैसा सफर कटता गया
मुसाफिर आगे बढ़ते रहे
और मंज़िल का रास्ता घटता गया💯
Enjoy Every Movement of life!
ज़िन्दगी के सफ़र में
मुसाफिर चलता गया
जैसा रब ने चाहा
वैसा सफर कटता गया
मुसाफिर आगे बढ़ते रहे
और मंज़िल का रास्ता घटता गया💯
Husn ki barsaton me wo badal si banke ayii thi☁️
Sardi ki un raaton me wo chadar si banke ayii thi❣️
Pyaase ko paani mila Ana jab uska hua 😇
Sooni in ankhon me wo kajal si banke ayii thi😍
हुस्न की बरसातों में वो बादल सी बनके आयी थी☁️
सर्दी की उन रातों में वो चादर सी बनके आई थी❣️
प्यासे को पानी मिला आना जब उसका हुआ😇
सूनी इन आँखों में वो काजल बनके आयी थी😍
मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुझपे बरस जाऊं,,,😌
तुझे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए!!!…..😉😉😉