ज़िन्दगी के सफ़र में
मुसाफिर चलता गया
जैसा रब ने चाहा
वैसा सफर कटता गया
मुसाफिर आगे बढ़ते रहे
और मंज़िल का रास्ता घटता गया💯
Enjoy Every Movement of life!
ज़िन्दगी के सफ़र में
मुसाफिर चलता गया
जैसा रब ने चाहा
वैसा सफर कटता गया
मुसाफिर आगे बढ़ते रहे
और मंज़िल का रास्ता घटता गया💯
Dekh sajjna kese ne hoye haal mere
Kol nahi e fir vi tu dise naal mere..!!
ਦੇਖ ਸੱਜਣਾ ਕੈਸੇ ਨੇ ਹੋਏ ਹਾਲ ਮੇਰੇ
ਕੋਲ ਨਹੀਂ ਏ ਫ਼ਿਰ ਵੀ ਤੂੰ ਦਿਸੇਂ ਨਾਲ ਮੇਰੇ..!!
वक़्त होकर भी मुझे वक़्त ना देना, तेरी आदत सी हो गई है.. मगर तेरे वक़्त का इंतज़ार करना, मेरी इबादत सी हो गई है.. सेहमे हुए होठों से ये पूछने को दिल तो करता है.... क्या तेरे प्यार की इस जंग में मेरी, शहादत सी हो गई है..