उनके बारे में सोचूं, तो सोच में सुबह से शाम करदूँ..
मेरी दोस्ती कुबूल है उन्हें, क्या ये ज़िक्र शरेआम करदूँ..
अभी कहदूँ या रुकुं थोडा, जो मेरे दिल में बातें हैं..?
मेरा बस चले तो अपनी मुस्कान का कुछ हिस्सा, मैं उनके नाम करदूँ..
उनके बारे में सोचूं, तो सोच में सुबह से शाम करदूँ..
मेरी दोस्ती कुबूल है उन्हें, क्या ये ज़िक्र शरेआम करदूँ..
अभी कहदूँ या रुकुं थोडा, जो मेरे दिल में बातें हैं..?
मेरा बस चले तो अपनी मुस्कान का कुछ हिस्सा, मैं उनके नाम करदूँ..
Jithe ek nu shdd k duja mil jawe..
Kde jayie na ese raahan te..!!
“Roop” pyar howe taan esa sacha howe..
sajjan vsseya howe vich saahan de..!!
ਜਿੱਥੇ ਇੱਕ ਨੂੰ ਛੱਡ ਕੇ ਦੂਜਾ ਮਿਲ ਜਾਵੇ
ਕਦੇ ਜਾਈਏ ਨਾ ਐਸੇ ਰਾਹਾਂ ਤੇ..!!
“ਰੂਪ”ਪਿਆਰ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਐਸਾ ਸੱਚਾ ਹੋਵੇ
ਸੱਜਣ ਵੱਸਿਆ ਹੋਵੇ ਵਿੱਚ ਸਾਹਾਂ ਦੇ..!!
Patte gir sakte hai par ped nhi
Suraj doob sakta hai par aasmaan nhi
Dharti sukh sakti hai pr sagar nhi
Tumhe duniya bhool skti hai par hum nhi✌
पत्ते गिर सकते है पर पेड़ नहीं,
सूरज डूब सकता है पर आसमान नहीं,
धरती सुख सकती है पर सागर नहीं,
तुम्हे दुनिया भूल सकती है पर हम नहीं✌