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वो मुसाफिर || hindi best shayari latest

जाते जाते एक उम्दा तालीम दे गया,
वो मुसाफिर,
खुदकी तलाश में घर से निकल गया,
वो मुसाफिर,
सोचा साथ जाऊं मैं भी,
पर जाऊंगा कहां,
जा चुका होगा मीलों दूर,
उसे पाऊंगा कहां,
इसी सोच में रात हुई,
नींद का झोंका आ गया,
सुबह आंखे खुली तो सोचा,
क्या वो मौका आज आ गया ?
के चला जाऊं सबसे इतना दूर के कुछ ना हो,
गहरी नींद में बेड़ियां मिले पर सचमुच ना हो,
सच हो तो बस आसमां में परिंदो सी उड़ान हो,
चाहूंगा हर सितमगर का बड़ा सा मकान हो,
वहां आवाज़ देकर झोली फैलाएगा वो मुसाफिर,
तुम्हे देख भीगी पलकें उठाएगा वो मुसाफिर,
मोहब्बत से एक रोटी खिलाकर देखना तुम,
शोहरत से दामन भर जाएगा वो मुसाफिर...

Title: वो मुसाफिर || hindi best shayari latest

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Pyaar ni dubaara milda || shayari from heart

vichodha pyaar ni dubaara milda  e
murjhaeya hoeyaa ful dubaara nahi khilda e
saat janama da saath den di taa bas gal hundi e
ehna galla vich aun wala barbaad hunda e

ਬਿਛੋੜਾ ਪਿਆਰ ਨੀਂ ਦੁਬਾਰਾ ਮਿਲਦਾ ਐਂ
ਮੁਰਝਾਇਆ ਹੋਇਆ ਫੁੱਲ ਦੁਬਾਰਾ ਨਹੀਂ ਖਿਲਦਾ ਐ
ਸਾਤ ਜਨਮਾ ਦਾ ਸਾਥ ਦੇਣ ਦੀ ਤਾ ਬਸ ਗਲ਼ ਹੁੰਦੀ ਹੈ
ਐਹਣਾ ਗਲਾਂ ਵਿੱਚ ਆਉਣ ਵਾਲ਼ਾ ਬਰਬਾਦ ਹੁੰਦਾ ਐਂ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷

Title: Pyaar ni dubaara milda || shayari from heart


बुरा नहीं हूँ मैं। || bura nahi hu mein || sad but true || hindi poetry

हाँ, मैं तीखा बोलता हूँ
सच बोलता हूँ
कड़वा बोलता हूँ
लेकिन, बुरा नहीं हूं मैं।
दिखावे की मीठी बोली नहीं बोलता
पीठ पीछे किसी की शिकायत नहीं करता
मन में दबाकर कोई बैर भाव नहीं रखता
कुंठित विचार नहीं पालता
हाँ, बुरा नहीं हूं मैं।
किसी का बुरा नहीं चाहता
किसी पर छुपकर वार नहीं करता
कभी ह्रदय छलनी हो जाए तो
छुपकर अकेले रो लेता
सबकी मदद दिल से करता
हाँ, बुरा नहीं हूं मैं।
अपनी जिम्मेदारियों से बैर नहीं मुझे
कर्म ही मेरी पहचान है
छलावे के रिश्ते बनाना नहीं आता मुझे
बुरे वक्त में साथ छोड़ना नहीं सीखा मैंने
हाँ, बुरा नहीं हूं मैं।
मौकापरस्त दुनिया ने दिल दुखाया मेरा
फिर भी चुप रहा मैं..
आवाज उठाई कभी जो मैंने
बुरा मान लिया जमाने ने
वक्त नहीं अब मेरे पास इन से उलझने का
हाँ, मैं मौन हूं..
लेकिन,
बुरा नहीं हूं मैं।।

Title: बुरा नहीं हूँ मैं। || bura nahi hu mein || sad but true || hindi poetry