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साथ आज भी रहती है

जाने कहाँ बैठकर देखती होगी, वो आज जहां भी रहती है..
नाराज़ है वो किसी बात को लेकर, सपनों में आकर कहती है..
मैं याद नहीं करता अब उसको, चुप-चाप देखकर सहती है..
वो चली गई भले दुनिया से, मेरे ज़हन में अब भी रहती है..
उसे चाहता हूँ पहले की तरह, ये तो वो आज भी कहती है..
किसी और संग मुझे देख-ले गर जो, वो आज भी लड़ती रहती है..
ना वो भूली ना मैं भुला, भले भूल गई दुनिया कहती है..
रहती थी पहले भी पास मेरे, मेरे साथ आज भी रहती है..

Title: साथ आज भी रहती है

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


EK ishq ke samne par khoyea hoyea

एक इश्क़ सामने पर खोया हुआ .

देखती हु उन्हें रोज़ खिड़की से कुछ तलाश करते हुए शायद खुद की ज़मीर को खोजते हैँ

और खुद ही ना जवाब पाकर .. चुप चाप चले जातें हैँ

शायद वो समझ नी पाते जिसे वो खोजते वो उनका ज़मीर नी उनके अंदर का टुटा प्यार है ..

हर रोज़ बस अड़े पर दीखते हैँ वो ..

और फिर भी अपने घर से ना जाने कैसे मेरे घर तक आजाते हैँ .. आसमान मे देख कर कहते हैँ की..भूल जाता हूँ अपना घर

इश्क़ का नशा जो तेरा अब तक चढ़ा है ..

देखती हु वो बैग दिया हुआ मेरा .. आज तक अपने संघ रखते हैँ मानो जैसे कलेजे को ठंडक देने वाला जलजीरा हो ..या आँखों को सुलघाने वाला चमकता हीरा हो ..

पर बुधु जो हैँ इन सबमे अपना रुमाल ही भूल जाते हैँ .

जानती हु वो बस मुझे याद करते हैँ ..

तभी तो शीशे के सामने आने से हटते हैँ

अपनी शकल बता कर मेरी शकल भूलने से डरते हैँ

पहले सामने थे मेरे देखती हु अब ऊपर से वो इश्क़ जो मेरा था वो जो खो गया…..

Title: EK ishq ke samne par khoyea hoyea


Kaunsa Pyaar || hindi shayari || Mohobat

Jazbat nahi bayan hai humara
Alfaaz nahi arzoo hai humari
Chaahat ki wajah diwanagi nahi
Ehsaas ki bina ashiqi nahi
Lihaaz rakhna iss dil ka
Kyunki mohobaat ke bina woh mukamal hi nahi

Title: Kaunsa Pyaar || hindi shayari || Mohobat