सादगी हमारी हमसे है,
हम क्यूं बदल जाएं हजारों का रुख़ देखकर...
बदलने वाले किसी के अपने नहीं होते,
वो तो यूं ही बदल जाते हैं
नजारों का रुख़ देखकर...
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सादगी हमारी हमसे है,
हम क्यूं बदल जाएं हजारों का रुख़ देखकर...
बदलने वाले किसी के अपने नहीं होते,
वो तो यूं ही बदल जाते हैं
नजारों का रुख़ देखकर...
सच्चे दोस्त कभी गिरने नहीं देते,
न किसी की नजरों में,
न किसी के कदमों में !❣️
Tu Jab Aai Thi To o Sunhara
Shaam Bhi Mujhko Mila Tha.
Tere Jaane Ke Baad
O Shaam Kanhi Andhere me ba Gum hai…