सादगी हमारी हमसे है,
हम क्यूं बदल जाएं हजारों का रुख़ देखकर...
बदलने वाले किसी के अपने नहीं होते,
वो तो यूं ही बदल जाते हैं
नजारों का रुख़ देखकर...
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सादगी हमारी हमसे है,
हम क्यूं बदल जाएं हजारों का रुख़ देखकर...
बदलने वाले किसी के अपने नहीं होते,
वो तो यूं ही बदल जाते हैं
नजारों का रुख़ देखकर...
donon jaanate hai ke,
ham nahin ek-doosare ke naseeb mein,
phir bhee mohabbat din-ba-din be-panaah hotee ja rahee hai.
दोनों जानते है के, हम नहीं एक-दूसरे के नसीब में,
फिर भी मोहब्बत दिन-ब-दिन बे-पनाह होती जा रही है..
Tu mainu samjheyaa kar
samjaun waale taa bahut mile aa zindagi ch
ਤੂੰ ਮੈਨੂੰ ਸਮਝਿਆ ਕਰ😊,
ਸਮਝਾਉਣ ਵਾਲੇ ਤਾਂ ਬਹੁਤ ਮਿਲੇ ਆ ਜ਼ਿੰਦਗੀ🙃..