ਮਾਪਿਆਂ ਤੋਂ ਕਦੇ ਦੂਰ ਨਹੀਂ ਲੰਘੀਦਾ
ਸੱਚ ਕਹਿਣੋ ਕਿਸੇ ਦੇ ਮੂਹਰੇ ਨਹੀਂ ਸੰਗੀਂਦਾ !
ਰਾਹ ਜਾਂਦੇ ਦੇਖ ਕੇ ,ਕਦੇ ਨਹੀਂ ਖੰਘੀਦਾ,
ਰੱਬ ਦੀ ਰਜ਼ਾ ਵਿੱਚ ਰਹੀਦਾ,
ਤੇ ਸਰਬਤ ਦਾ ਭਲਾ ਮੰਗੀਂਦਾ !!!
ਮਾਪਿਆਂ ਤੋਂ ਕਦੇ ਦੂਰ ਨਹੀਂ ਲੰਘੀਦਾ
ਸੱਚ ਕਹਿਣੋ ਕਿਸੇ ਦੇ ਮੂਹਰੇ ਨਹੀਂ ਸੰਗੀਂਦਾ !
ਰਾਹ ਜਾਂਦੇ ਦੇਖ ਕੇ ,ਕਦੇ ਨਹੀਂ ਖੰਘੀਦਾ,
ਰੱਬ ਦੀ ਰਜ਼ਾ ਵਿੱਚ ਰਹੀਦਾ,
ਤੇ ਸਰਬਤ ਦਾ ਭਲਾ ਮੰਗੀਂਦਾ !!!
मोहब्बत धूप में छाँव की तरह है
धूप जमाने की तरह
तुम छाँव में रुकना मत यही छाँव ठण्ड में तुम्हें सतायेगी
ठण्ड समझदार की तरह
ये ठण्ड तुम्हें धूप की ओर ले जाएगी
धूप तुम्हे अंधेरे में छोड़ जाएगी
अंधेरे दो तरह की है
पहले में मां बाप साथ है दूसरे में उनकी याद
इसीलिये तो मां बाप अंधेरो में जीना सिखाते है
ताकी जब दूसरा अंधेरा आए तो तुम कहो
अंधेरो आओ अब हम तुम्हें रास्ता दिखाते है
बंदिशों से अब कैसे खुदकी करूं हिफाज़त मैं,
सवेरे से है मोहब्बत पर, अंधेरों में रहने कि आदत है…
आफ़त है कि चिराग़ का इल्म कैसे होगा,
पता नहीं जब सवेरा होगा तो क्या होगा…
क्या होगा जो खुदसे कर लूं बगावत मै,
जीत लूं खुदको अगर हार जाऊं तो आफ़त है…
हारने का शोंक नहीं लड़ना अब रास नहीं आता,
सब कहते है मुझे तू हरकतों से बाज़ नहीं आता…
देखो, हरकतों में भी मेरी तहज़ीब और शराफत है,
जीत लेंगे दुनिया भी अगर रब की इजाज़त है… 🙃