Enjoy Every Movement of life!
है कोई हकीकत या कोई हसरत है
आखिर किसके खातिर रातों की ये इबादत है
हकीम की हैरानगी पर लोग दुआ क्यू करने लगे
पीर कहते है ये आसार ऐ मोहब्बत है
हम करेंगे तो तेरी बदनामी होगी
गलत सोच लिया की मुझसे तेरी गुलामी होगी
अच्छे लोगों की भी कर जाते हैं
बुरे लोगों की भी कर जाते हैं
पर यार तेरी नहीं मुझसे सलामी होगी
छोड़कर रकीब का हाथ
पकड़ सकती हो तुम अजीब का हाथ
तुझे कौन सा यार बेशर्मी होगी
हम नही कर सकते कुछ भी
हमरे लाए तो बात ये यार हरामी होगी🙃