ਗੁਜ਼ਾਰੀ ਸ਼ਾਹਾ ਵੀ ਕਿਤੀ ਤਾਂ ਵੀ ਓਹ ਮੰਨਿਆ ਨੀ
ਓਹਣੇ ਠਾਨ ਲਿਆ ਸੀ ਛੱਡਣ ਦੇ ਬਾਰੇ
ਤਾਹੀਂ ਦਰਦ ਸਾਡਾ ਓਹ ਸਮਝਿਆ ਨੀ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
ਗੁਜ਼ਾਰੀ ਸ਼ਾਹਾ ਵੀ ਕਿਤੀ ਤਾਂ ਵੀ ਓਹ ਮੰਨਿਆ ਨੀ
ਓਹਣੇ ਠਾਨ ਲਿਆ ਸੀ ਛੱਡਣ ਦੇ ਬਾਰੇ
ਤਾਹੀਂ ਦਰਦ ਸਾਡਾ ਓਹ ਸਮਝਿਆ ਨੀ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
Zuban toh khol, najar toh mila, jabab toh de
Mein kitni baar loota hu, mujhe hisab toh de❤️
tere badan ki likhawat me hai utar chadhaw
Mein tujhko kese padhunga, mujhe kitaab toh de….🙃
जुबा तो खोल, नज़र तो मिला,जवाब तो दे
में कितनी बार लुटा हु, मुझे हिसाब तो दे❤️
तेरे बदन की लिखावट में हैं उतार चढाव
में तुझको कैसे पढूंगा, मुझे किताब तो दे🙃
अकेले चले जाते हो
बताते भी नहीं हो
बातें दिल में रखते हो
सुनाते भी नहीं हो
अपने राज छुपाए रखते हो
हमारे जान लेते हो
भीड़ में होकर भी
लापता से रहते हो
जो सवाल पूछो तो
नजरे चुराते हो
स्टेटस भी देखते हो
और देखकार मुस्कुरा भी देते
जाने किस रोज को रुके हो
फोन लगाते भी नहीं हो
हमारा दर्द भी समझते हो
फिर भी नसमझ सा बनते हो
कभी बहुत अपनापन जताते हो
और कभी पराए हो जाते हो
बाला की ख़ूबसूरत हो
पर इतराते नहीं हो
वैसे तो हर लिबास में हसीन हो
पर पीली कुर्ती में बिजलियाँ गिराते हो
मशहूर होकर भी गुमनाम सा रहते हो
ताजगी सुबह की हैं पर मस्तानी शाम सा रहते हो
बांधते हो और फिर खोल देते हो
इन जुल्फों से बड़ा खेलते हो
चेहरे की किताब के अक्षरों में उलझाते हो
अब बोल भी दो दिल की बात क्यों हमारे जख्मों को सहलाते हो
मैं तो सामने से नहीं बोल पाऊंगा
डरता हूं तुम्हारी ना हुई तो नहीं झेल पाऊंगा
अब तुम भी तो कभी कुछ इशारों को समझो
किसी चंचल नांव की तरह लहरें से उलझो
अब जब कभी तुमसे अगली मुलाकात हो
इधर-उधर की नहीं सीधे मुद्दे की बात हो
फिर जो भी फैसला आए हमें मंजुर हो
इकरार हो या ना हो पर अब इजहार तो जरूर हो।
इजहार तो जरूर हो।
इजहार तो जरूर हो।