apni khusi doojeyaa cho na labheyaa karo
kaun kado chhad ke chalaa jaawe, koi pata nahi
ਆਪਣੀ ਖੁਸ਼ੀ ਦੂਜਿਆ ਚੋ ਨਾ ਲੱਭਿਆ ਕਰੋ,
ਕੋਣ ਕਦੋ ਛੱਡ ਕੇ ਚੱਲਾ ਜਾਵੇ,ਕੋਈ ਪਤਾ ਨਹੀ..
apni khusi doojeyaa cho na labheyaa karo
kaun kado chhad ke chalaa jaawe, koi pata nahi
ਆਪਣੀ ਖੁਸ਼ੀ ਦੂਜਿਆ ਚੋ ਨਾ ਲੱਭਿਆ ਕਰੋ,
ਕੋਣ ਕਦੋ ਛੱਡ ਕੇ ਚੱਲਾ ਜਾਵੇ,ਕੋਈ ਪਤਾ ਨਹੀ..
स्त्री हूं मैं मेरा कहां सम्मान होता है
मेरे कपड़ों से मेरा चरित्र भाप लिया जाता है।
अगर जींस या वेस्टर्न ड्रेस पहन लूं मैं
तो मैं बिगड़ी हुई मान ली जाती हूं।
अगर मैं साड़ी भी पहनूं तो भी
उसमे भी खोट नजर आती है।
मेरी साड़ी में भी कमिया ही नजर आती है।
यहां तो एक औरत भी औरत का सम्मान नही करती
एक औरत को दूसरी औरत में भी खोट नजर आती है।
मेरे कपड़ों में कोई कमी नहीं कमी तुम्हारी नज़र में है
मैं कुछ भी पहन लूं तुम्हे कमी नजर आनी ही है।
Dil te laggi kade uchi gayea na karo
muthiyaan bhar namak diyaan ghumde ne loki
apna har jakham har kisi nu vkhayea na karo