Jhuth par kuch is trah tika hu
Sach se jada afwahon mein bika hu
झूठ पर कुछ इस तरह टिका हूँ
सच से ज्यादा अफवाहों में बिका हूँ
Jhuth par kuch is trah tika hu
Sach se jada afwahon mein bika hu
झूठ पर कुछ इस तरह टिका हूँ
सच से ज्यादा अफवाहों में बिका हूँ
Asool-e-ishq ke dil ch koi hor nhi rakhna
Asool-e-ishq ke tere bin koi hor nhi takkna..!!
ਅਸੂਲ-ਏ-ਇਸ਼ਕ ਕਿ ਦਿਲ ‘ਚ ਕੋਈ ਹੋਰ ਨਹੀਂ ਰੱਖਣਾ
ਅਸੂਲ-ਏ-ਇਸ਼ਕ ਕਿ ਤੇਰੇ ਬਿਨ ਕੋਈ ਹੋਰ ਨਹੀਂ ਤੱਕਣਾ..!!
हाथ थाम कर भी तेरा सहारा न मिला
में वो लहर हूँ जिसे किनारा न मिला
मिल गया मुझे जो कुछ भी चाहा मैंने
मिला नहीं तो सिर्फ साथ तुम्हारा न मिला
वैसे तो सितारों से भरा हुआ है आसमान मिला
मगर जो हम ढूंढ़ रहे थे वो सितारा न मिला
कुछ इस तरह से बदली पहर ज़िन्दगी की हमारी
फिर जिसको भी पुकारा वो दुबारा न मिला
एहसास तो हुआ उसे मगर देर बहुत हो गयी
उसने जब ढूँढा तो निशान भी हमारा न मिला
तरुण चौधरी