Jante ho fir bhi anjan bnte ho
Puchhte ho tumhe kya pasand hai
Jawab khud ho, fir bhi sawal krte ho!❤
जानते हो फिर भी अनजान बनते हो
पूछते हो तुम्हे क्या पसन्द है
जवाब खुद हो, फिर भी सवाल करते हो!❤
Jante ho fir bhi anjan bnte ho
Puchhte ho tumhe kya pasand hai
Jawab khud ho, fir bhi sawal krte ho!❤
जानते हो फिर भी अनजान बनते हो
पूछते हो तुम्हे क्या पसन्द है
जवाब खुद हो, फिर भी सवाल करते हो!❤
Oh jo dil de kareeb c
Na jane oh kisda naseeb c💔
ਉਹ ਜੋ ਕਦੇ ਦਿਲ ਦੇ ਕਰੀਬ ਸੀ
ਨਾ ਜਾਣੇ ਉਹ ਕਿਸਦਾ ਨਸੀਬ ਸੀ💔
इस जीवन से जुड़ा एक सवाल है हमारा~
क्या हमें फिर से कभी मिलेगा ये दोबारा?
समंदर में तैरती कश्ती को मिल जाता है किनारा~
क्या हम भी पा सकेंगे अपनी लक्ष्य का किनारा?
जिस तरह पत्तों का शाखा है जीवन भर का सहारा~
क्या उसी तरह मेरा भी होगा इस जहां में कोई प्यारा?
हम एक छोटी सी उदासी से पा लेते हैं डर का अंधियारा~
गरीब कैसे सैकड़ों गालियां खा कर भी कर लेतें है गुजारा ?
जिस तरह आसमान मे रह जाते सूरज और चांद-तारा ~
क्या उस तरह रह पाएगा हमारी दोस्ती का सहारा ?
जैसे हमेशा चलती रहती है नदियों का धारा~
क्या हम भी चल सकेंगे अपनी राह की धारा ?