Skip to content

Baat adhoori nhi hoti || hindi shayari

Tujhse batein karke bhi, meri baat poori nhi hoti.
Tujhe yaad kiye bina, meri raat poori nhi hoti
Tujhse roj milkar bhi, meri mulakat poori nhi hoti
Koi khushi meri, paye bina tera hath poori nhi hoti
Jaise khoob baras ke bhi dharti ke liye barsaat poori nhi hoti
Vesa hi tujhe paane ki chahat bhi chahat ke sath poori nhi hoti
Jaanta hu sirf baat karne se baat hatho hath poori nhi hoti
Lekin..
Baton baton mein ko baat karni thi vo keh dete to baat adhoori nhi hoti..

तुझसे बातें करके भी, मेरी बात पूरी नहीं होती..
तुझे याद किए बिना, मेरी रात पूरी नहीं होती..
तुझसे रोज मिलकर भी, मेरी मुलाकात पूरी नहीं होती..
कोई खुशी मेरी, पाए बिना तेरा साथ पूरी नहीं होती..
जैसे खूब बरस के भी धरती के लिए बरसात पूरी नहीं होती..
वैसा ही तुझे पाने की चाहत भी चाहत के साथ पूरी नहीं होती..
जनता हूं सिर्फ बात करने से बात हाथों हाथ पूरी नहीं होती..
लेकिन..
बातों बातों में जो बात कहनी थी वो कह देते तो बात अधूरी नहीं होती..

Title: Baat adhoori nhi hoti || hindi shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Someone else priority english lines

Someone else priority english lines



Birbal story in hindi

बीरबल कहाँ मिलेगा     

एक दिन बीरबल बाग में टहलते हुए सुबह की ताजा हवा का आनंद ले रहा था कि अचानक एक आदमी उसके पास आकर बोला, “क्या तुम मुझे बता सकते हो कि बीरबल कहां मिलेगा ?”

“बाग में।” बीरबल बोला।

वह आदमी थोड़ा सकपकाया लेकिन फिर संभलकर बोला, “वह कहां रहता है ?”

“अपने घर में।” बीरबल ने उत्तर दिया।

हैरान-परेशान आदमी ने फिर पूछा, “तुम मुझे उसका पूरा पता ठिकाना क्यों नहीं बता देते ?”

“क्योंकि तुमने पूछा ही नहीं।” बीरबल ने ऊंचे स्वर में कहा।

“क्या तुम नहीं जानते कि मैं क्या पूछना चाहता हूं ?” उस आदमी ने फिर सवाल किया।

“नहीं।’ बीरबल का जवाब था।

वह आदमी कुछ देर के लिए चुप हो गया, बीरबल का टहलना जारी था। उस आदमी ने सोचा कि मुझे इससे यह पूछना चाहिए कि क्या तुम बीरबल को जानते हो ? वह फिर बीरबल के पास जा पहुंचा, बोला, “बस, मुझे केवल इतना बता दो कि क्या तुम बीरबल को जानते हो ?” “हां, मैं जानता हूं।” जवाब मिला।

“तुम्हारा क्या नाम है ?” आदमी ने पूछा।

“बीरबल।” बीरबल ने उत्तर दिया।

अब वह आदमी भौचक्का रह गया। वह बीरबल से इतनी देर से बीरबल का पता पूछ रहा था और बीरबल था कि बताने को तैयार नहीं हुआ कि वही बीरबल है। उसके लिए यह बेहद आश्चर्य की बात थी।

“तुम भी क्या आदमी हो…” कहता हुआ वह कुछ नाराज सा लग रहा था, “मैं तुमसे तुम्हारे ही बारे में पूछ रहा था और तुम न जाने क्या-क्या ऊटपटांग बता रहे थे। बताओ, तुमने ऐसा क्यों किया ?”

“मैंने तुम्हारे सवालों का सीधा-सीधा जवाब दिया था, बस !”

अंततः वह आदमी भी बीरबल की बुद्धि की तीक्ष्णता देख मुस्कराए बिना न रह सका।

Title: Birbal story in hindi