धड़कनों की सिफारिश पर हम चाय पर गए
वरना वो गुलाबी शाम हमसे कजा न होता
अब सामने ही बैठा है महबूब तो क्या बात करे हम
निगाहे बात कर लेता तो वो खफा न होता
Enjoy Every Movement of life!
धड़कनों की सिफारिश पर हम चाय पर गए
वरना वो गुलाबी शाम हमसे कजा न होता
अब सामने ही बैठा है महबूब तो क्या बात करे हम
निगाहे बात कर लेता तो वो खफा न होता
me sochda da jihnu asal zindagi,
sameh ton pata chaleyaa
oh taan ik kalpana c
ਮੈਂ ਸੋਚਦਾ ਸਾਂ ਜਿਹਨੂੰ ਅਸਲ ਜ਼ਿੰਦਗੀ
ਸਮੇਂ ਤੋਂ ਪਤਾ ਚੱਲਿਆ
ਓਹ ਤਾਂ ਇਕ ਕਲਪਣਾ ਸੀ
#Awaaz