Awe nai koi jagda raata nu
parda roohi kitaban nu
koi satt tan laghi e tainu zaroor dila
ਐਂਵੇਂ ਨਈ ਕੋਈ ਜਾਗਦਾ ਰਾਤਾਂ ਨੂੰ
ਪੜਦਾ ਕੋਈ ਰੂਹੀ ਕਿਤਾਬਾਂ ਨੂੰ
ਕੋਈ ਸੱਟ ਤਾਂ ਲੱਗੀ ਏ ਤੈਨੂੰ ਜ਼ਰੂਰ ਦਿਲਾ
Awe nai koi jagda raata nu
parda roohi kitaban nu
koi satt tan laghi e tainu zaroor dila
ਐਂਵੇਂ ਨਈ ਕੋਈ ਜਾਗਦਾ ਰਾਤਾਂ ਨੂੰ
ਪੜਦਾ ਕੋਈ ਰੂਹੀ ਕਿਤਾਬਾਂ ਨੂੰ
ਕੋਈ ਸੱਟ ਤਾਂ ਲੱਗੀ ਏ ਤੈਨੂੰ ਜ਼ਰੂਰ ਦਿਲਾ
लम्बीया राता यार दा विछोड़ा
मुंडेर ते बैठा है
एक जंगली कबूतरा दा जोड़ा
कर रहा गुटरगूं, गुटरगूं
जाने तू की कर रहा
दूर चिनारा ते विखरी है चांदनी
ते वेढा सादा महक रहा
रात दी रानी गुनगुना रही
दिल उदास मेरा तू ना आया
चित तेनु उडीक रहा
झींगुर ने छेड़ दिति तान
हव्वा वी पत्त्या नु ताल दे रही है
सीने दी धड़कन वी वड रही सरपट
गूंजी पपीहे दी पीहू-पीहू
नाल मेरे दिल दी पुकार
पर तू ना आया चित तेनु उडीक रहा
आँखा ते स्याह आसमान भरके
पूरी रात तारयां दे जोड़े बनाए
कित्ते कोई तारा टूटयां
चंद कल्ला रह गया
जीवे मैं तेरे बिन अधूरा रह रही
ऐवी गम दी रात गुजर जानी है
याद तेरी नाल सदा रह जानी है
याद वी नही हुंडी ते की करदे
हर्ष किवे होक्के भरदे
फेर वी तेनु पौन नु मन्नत मंग रही
चित रह रह के आज वी तेनु उडीक रही
kita ishq tutt gya
jine v laayiaa yaariaa sachiyaa
auh sache aashka anusaar lutt gya
ਕਿਤਾ ਇਸ਼ਕ ਟੁੱਟ ਗਿਆ
ਜਿਨੇ ਵੀ ਲਾਈਆਂ ਯਾਰੀਆਂ ਸੱਚੀਆਂ
ਔਹ ਸੱਚੇ ਆਸ਼ਕਾ ਅਨੁਸਾਰ ਲੁਟ ਗਿਆ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷