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Mujh ko kar rahi khamosh hai || khamoshi

Teri khamoshi mujhko kr rahi khamosh hai,

jane tujhe kya hua hai aur kya mera dosh hai,

mai khud se puchu kai swaaal ki kyu tu madhosh hai,

tu premika thi fir kyu sab jaan k bhi bihosh hai..

Title: Mujh ko kar rahi khamosh hai || khamoshi

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Likhta me kisaan ke liye || किसान कविता

लिखता मैं किसान के लिए
मैं लिखता इंसान के लिए
नहीं लिखता धनवान के लिए
नहीं लिखता मैं भगवान के लिए
लिखता खेत खलियान के लिए
लिखता मैं किसान के लिए
नहीं लिखता उद्योगों के लिए
नहीं लिखता ऊँचे मकान के लिए
लिखता हूँ सड़कों के लिए
लिखता मैं इंसान के लिए
क़लम मेरी बदलाव बड़े नहीं लाई
नहीं उम्मीद इसकी मुझे
खेत खलियान में बीज ये बो दे
सड़क का एक गढ्ढा भर देती
ये काफ़ी इंसान के लिए
लिखता हूँ किसान के लिए
लिखता मैं इंसान के लिए
आशा नहीं मुझे जगत पढ़े
पर जगत का एक पथिक पढ़े
फिर लाए क्रांति इस समाज के लिए
इसलिए लिखता मैं दबे-कुचलों के लिए
पिछड़े भारत से ज़्यादा
भूखे भारत से डरता हूँ
फिर हरित क्रांति पर लिखता हूँ
फिर किसान पर लिखता हूँ
क्योंकि
लिखता मैं किसान के लिए
लिखता मै इंसान के लिए

                तरुण चौधरी

Title: Likhta me kisaan ke liye || किसान कविता


ਨਾਂ ਮਿਲਿਆਂ ਤੂੰ.. ਤੇ ਨਾਂ… ਜੱਗ ਰਿਹਾ ਮੇਰਾ।। very sad

ਵੇ ਤੇਰੇ ਲਈ ਭੁੱਲੀ ਬੈਠੀ ਸੀ ਜੱਗ ਮੈਂ,
ਤੇ ਤੂੰ… ਮੈਨੂੰ ਈ ਭੁਲਾ ਤੁਰ ਗਿਆ..।।
ਤੇਰੀ ਖੁਸ਼ੀ ਲਈ ਮੈਂ
ਆਪਣੇ ਹਾਸੇ ਭੁੱਲ ਗਈ ਸੀ,
ਤੇ ਤੂੰ… ਬੇਕਦਰਾ ਮੈਨੂੰ ਈ ਰੁਲਾ ਤੁਰ ਗਿਆ..।।
ਤੇਰੇ ਦਿਲ ਚ ਚੋਰ ਸੀ,
ਜੋ ਨੈਣ ਪਹਿਚਾਣ ਨਾਂ ਪਾਏ ਮੇਰੇ।।
ਤੈਨੂੰ ਮੇਰੇ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਚਾਹ ਜਾਵੇ ਕੋਈ,
ਐਨੇ ਲੇਖ ਵੀ ਨਹੀਂ ਸੱਜਣਾ ਤੇਰੇ।।
ਬੈਠਾ ਕਿਤੇ ਤੈਨੂੰ ਸਤਾਵੇਗਾ
ਜਾਣੀਆਂ ਪਿਆਰ ਮੇਰਾ।।
ਜਿਹਦੇ ਪਿੱਛੇ ਲੱਗ ਜਹਾਨ ਛੱਡਿਆ ਸੀ,
ਨਾਂ ਮਿਲਿਆਂ ਤੂੰ..
ਤੇ ਨਾਂ… ਜੱਗ ਰਿਹਾ ਮੇਰਾ।।

Title: ਨਾਂ ਮਿਲਿਆਂ ਤੂੰ.. ਤੇ ਨਾਂ… ਜੱਗ ਰਿਹਾ ਮੇਰਾ।। very sad