सफर वही जहाँ तक तुम हो
नजर वही जहाँ तक तुम हो
वैसे तो हजारो फूल खिलते है गुलशन में
मगर खुशबू वही जहाँ तक तुम हो
सफर वही जहाँ तक तुम हो
नजर वही जहाँ तक तुम हो
वैसे तो हजारो फूल खिलते है गुलशन में
मगर खुशबू वही जहाँ तक तुम हो
Yun to bheed kaafi huya karti thi, mehfil mein meri,
Fir mein sach bolta gya aur log uthte gaye..!💯
यूँ तो “भीड़” क़ाफी हुआ करती थी,”महफ़िल” में मेरी,
फिर मैं “सच” बोलता गया..और लोग “उठते” गए..!💯
Kaise shukriya ada kru mein tera ki
Jbse tu aaya jindagi swarg ban gye
Nhi bachi ab koi khwaish Kyonki
Phle bhi tu or aakhri bhi tu jo ab puri ho gyi❤
कैसे शुक्रिया अदा करूँ मैं तेरा की
जबसे तू आया ज़िन्दगी स्वर्ग बन गई
नही बची अब कोई ख्वाहिश क्योंकि
पहले भी तू और आखरी भी तू जो अब पूरी हो गई❤